नई दिल्ली(स्वप्निल सोनल)- राष्ट्रीय सुरक्षा के क्षेत्र में भी देश की सबसे महत्वपूर्ण शैक्षणिक संस्थानों में से एक IIT ने काम करना शुरू कर दिया है। इस संसथान में जेएसटीसी यानी जॉइंट एडवांस टेक्नोलॉजी सेंटर 5 सेक्टरों में काम चल रहा है, जहां भारतीय सेना के लिए अहम प्रोडक्टों का निर्माण किया जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक भारतीय सेना के इस्तेमाल में लाए जाने वाले कुछ महत्वपूर्ण प्रोडक्टों का काम लगभग पूरा कर लिया गया है।
गौरतलब है कि जल्द ही IIT के छात्रों के अत्याधुनिक तकनीक की मदद से बनाए गए प्रोडक्टों को सेना के वरिष्ठ अधिकारियों के पास भेजा जाएगा, जहां आर्मी इसका ट्रायल करेगी। दरअसल सेना किसी भी प्रोडक्ट का तभी इस्तेमाल करती है, जब कई चरणो में उसकी टेस्टिंग होती है और वह प्रोडक्ट फील्ड से लेकर तकनीक तक में सफल माना जाता है।
बता दें कि डीआरडीओ यानि डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट आर्गेनाईजेशन ने IIT में अपना सेंटर खोला है, जिसमें तकरीबन 4 से अधिक महत्वपूर्ण प्रोडक्ट्स बनाए जाने की विस्तृत तैयारी चल रही है। इस सेंटर को संचालित करने वाले वरिष्ठ अधिकारियों के मुताबिक इस सेंटर के लिए ग्रांट भी उपलब्ध करा दिया गया है। सेंटर में 65 से 70 आईआईटी के टीचर्स काम कर रहे हैं, साथ ही 80 से 95 रिसर्च स्टूडेंट को 20 प्रोडक्ट में हिस्सा लेने का मौका दिया जा रहा है।
वहीं डीआरडीओ की तरफ से भी 3 दर्जन साइंटिस्ट इस सेंटर में बतौर गाइड रहेंगे, जो कि बैलिस्टिक स्पेशल स्ट्रक्चर और प्रोडक्शन टेक्नोलॉजी पर विशेष रूप से काम करेंगे। माना जा रहा है कि यहां सेना के जवानों पर आए दिन हो रहे हमलों के मद्देनजर भी हल्के वजन के अमर सिस्टम को बनाने की तैयारी हो रही है।