इंफोसिस के Co-Founder एनआर नारायण मूर्ति बोले- हम गरीब देश, 8% एनुअल ग्रोथ रेट पर भी हमें 16 से 18 साल लग जाएंगे

नई दिल्लीः देश के चुनिंदा उद्यमियों में गिने जाने वाले नारायणमूर्ति इन दिनों अपने बयान को लेकर चर्चाओं में बने हुए है. 70 घंटे काम करने और उसके बाद 3 शिफ्ट में काम की सलाह देने वाले इंफोसिस के को- फाउंडर NR नारायण मूर्ति ने अब कहा है कि इंफोसिस में काम करने के दौरान कई बार ऐसा समय भी आया जब उन्होंने एक सप्ताह में 85-90 घंटे तक काम किया. उन्होंने कहा यह बर्बादी नहीं है. 

उन्होंने कहा कि 2,300 डॉलर (करीब ₹1.92 लाख) प्रति व्यक्ति कमाकर हम गरीब देश हैं. हमें एक मीडियम इनकम वाला देश बनने के लिए 8,000 से 10,000 डॉलर (करीब ₹6.67 लाख-₹8.34 लाख) प्रति व्यक्ति इनकम करना होगा. इसे पाने के लिए 8% एनुअल ग्रोथ रेट पर भी हमें 16 से 18 साल लग जाएंगे.

नारायणमूर्ति ने दोहराया मेरे 40 से अधिक साल के पेशेवर जीवन के दौरान उन्होंने सप्ताह में 70 घंटे काम किया. हमारा सप्ताह छह दिन का था. 1994 तक मैं सप्ताह में कम से कम 85 से 90 घंटे काम करता था. ऐसा करना समय की बर्बादी नहीं है. माता-पिता ने उन्हें सिखाया था कि गरीबी से बचने का एकमात्र तरीका 'बहुत कड़ी मेहनत' करना है. हालांकि उन्होंने साफ किया कि कामकाजी घंटे इतने लंबे तभी होते हैं जब व्यक्ति को प्रत्येक कामकाजी घंटे से अच्छे नतीजे और उत्पादकता मिल रही हो. 

इंफोसिस के को- फाउंडर NR नारायण मूर्ति ने भारतीय युवाओं को हफ्ते में 70 घंटे काम करने की सलाह पर हुए विवाद को लेकर कहा है कि उन्हें इसकी कोई चिंता नहीं है. मूर्ति ने कहा कि युवाओं को प्रोडक्टिविटी और कॉम्पिटिशन बढ़ाने के लिए हफ्ते में 70 घंटे काम करना ही चाहिए.