जयपुर: चुनावी समर में दिलचस्प तथ्य यह है कि जिस भी चुनाव में वोटर स्लिप की इजाजत दी जाती है तो उसी के आधार पर सबसे ज्यादा वोटिंग की जाती है. मोटे तौर पर वोटर स्लिप से वोटिंग का आंकड़ा 87 प्रतिशत है. वहीं भारत निर्वाचन आयोग के सबसे अधिकृत या ऑथेंटिक एपिक से वोटिंग पर 9.86 प्रतिशत मतदाता ही भरोसा जताते हैं और अन्य दस्तावेजों से वोटिंग का प्रतिशत 3.13 है.
भारत निर्वाचन आयोग या निर्वाचन विभाग मानता है कि जब उसने लगभग सभी मतदाताओं के लिए एपिक या मतदाता पहचान पत्र जारी कर दिया है तो वोटर इसी के आधार पर वोटिंग करेगा, लेकिन 2018 के विधानसभा चुनाव का ट्रेंड यह बताता है कि एपिक के बजाय अन्य दस्तावेजों पर मतदाताओं का भरोसा ज्यादा है जिसमें वोटर स्लिप उन्हें सबसे भरोसेमंद दस्तावेज जान पड़ती है.
2018 के विधानसभा चुनाव में यह रही दस्तावेजों से वोटिंग की तस्वीर
जिला वोटर स्लिप से वोटिंग एपिक से वोटिंग अन्य दस्तावेजों से वोटिंग
अजमेर 1220422 65849 41932
अलवर 11669194 112347 53784
बांसवाड़ा 903511 85567 28022
बारां 652394 21847 10783
बाड़मेर 973026 239300 64244
भरतपुर 1132749 51443 22794
भीलवाड़ा 1136802 83277 49454
बीकानेर 962052 163223 54121
बूंदी 550045 24729 21900
चित्तौड़गढ़ 958655 43380 21864
चूरू 1012181 67150 21848
दौसा 748351 43687 22701
धौलपुर 563202 17179 7490
डूंगरपुर 307301 332476 22997
गंगानगर 886355 189949 36263
हनुमानगढ़ 998154 40735 9821
जयपुर 2971594 316930 123103
जैैसलमेर 307966 38736 9517
जालोर 802271 89505 13954
झालावाड़ 736078 42470 20952
झुंझुनूं 977339 174491 36382
जोधपुर 1595499 140775 46724
करौली 625552 42512 18976
कोटा 786522 179521 47695
नागौर 1551089 141849 35422
पाली 892816 116505 33053
प्रतापगढ़ 341358 31588 14158
राजसमंद 324736 212830 73500
सवाई माधोपुर 572133 27696 17180
सीकर 1313190 112479 24884
सिरोही 441264 38064 12939
टोंक 644822 35405 25468
उदयपुर 1236023 167563 62358
कुल 30794536 3490057 1106283
इस विधानसभा चुनाव में इन दस्तावेजों से हो सकेगी वोटिंग
12 वैकल्पिक दस्तावेजों से हो सकेगी वोटिंग
आधार कार्ड, मनरेगा जॉब कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड, भारतीय पासपोर्ट, फोटो सहित पेंशन दस्तावेज, केंद्र/ राज्य सरकार/ पीएसयू/ सार्वजनिक लिमिटेड कंपनियों द्वारा कर्मचारियों को जारी किए गए फोटोयुक्त सेवा पहचान पत्र, बैंक/डाकघर द्वारा जारी फोटोयुक्त पासबुक, राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर के तहत आरजीआई द्वारा जारी स्मार्ट कार्ड, श्रम मंत्रालय की योजना के तहत जारी स्वास्थ्य बीमा स्मार्ट कार्ड, सांसदों/विधायकों/एमएलसी को जारी किए गए आधिकारिक पहचान पत्र और भारत सरकार के सामाजिक न्याय मंत्रालय द्वारा दिव्यांगजनों को जारी यूनिक डिसेबिलिटी आईडी शामिल है.
आम तौर पर यह देखा गया है कि वोटर ईजी टू कैरी वाले दस्तावेज से वोटिंग करना पसंद कर रहा है हालांकि आयोग ने भी वोटिंग के लिए कई तरह की सुविधा दी है और प्रक्रिया आसान की है.