चिकित्सा के क्षेत्र में पिछड़ा कहा जाने वाले जैसलमेर ने लगाई छलांग, प्रसव कक्ष सेवाओं में जैसलमेर को मिला राष्ट्रीय पुरस्कार

जैसलमेर: चिकित्सा के क्षेत्र में पिछड़ा कहे जाने वाला सरहदी जिला जैसलमेर बदलते वक्त के साथ छलांग लगाकर प्रदेश की रैंकिंग में पांचवें पायदान पर आ पहुंचा. दरअसल मातृ -शिशु सेवाओं को लेकर सरकार द्वारा एक कार्यक्रम चलाया जा रहा है जिसे "लक्ष्य" का नाम दिया गया हैं. 

इस कार्यक्रम में सरकार गायनिक वार्ड में करीब 300 पॉइंट्स पर सर्वे करके प्रदेश के सभी अस्पतालों को वार्ड में सुविधा के अनुसार रैंक देती हैं. जैसलमेर की जिला अस्पताल के गायनिक वार्ड नं जिले की सैंकड़ों अस्पतालों को पछाड़ते हुए टॉप 5 में स्थान पाया हैं जिससे जिले वासियों में खुशी को लहर हैं तथा लोग आश्वत नजर आ रहे हैं कि सरकारी अस्पताल में भी प्रसुताओं को लग्जरी सुविधा उपलब्ध हो रही हैं. इसके लिए सरकार जैसलमेर जिला अस्पताल के गायनिक वार्ड को 3 साल तक प्रतिवर्ष 3 लाख रुपए की प्रोत्साहन राशि भी देगी जिससे वार्ड में और भी नवीन उपकरण लगाकर इसे मॉडर्न बनाया जा सके. 

पीएमओ डॉक्टर रविंद्र सांखला ने बताया कि में इसका पूरा श्रेय मेरे स्टाफ को देता हूं. पहले जैसलमेर का कहीं नाम भी नहीं था. आज जैसलमेर राजस्थान में टॉप कर रहा हैं. हमारा आगे भी प्रयास रहेगा की जैसलमेर और भी बुलंदियों को छुए.