National Sports Day: जानें किस वजह से मनाया जाता है नेशनल स्पोर्ट्स डे, महत्व और इतिहास

नई दिल्लीः नेशनल स्पोर्टस डे मनाया जाता है. इसके पीछे का कारण ये है कि इस दिन महान हॉकी खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद का साल 1905 में प्रयागराज में जन्म हुआ था और उन्हीं की जयंती के मौके पर देश में इस दिन नेशनल स्पोर्ट्स डे मनाया जाता है. जो कि ना सिर्फ उनकी जयंती को सेलिब्रेट करते हुए मनाया जाता है बल्कि वर्तमान दौर में बच्चों को खेल के महत्व से अवगत कराता है. 

नेशनल स्पोर्टस डे के दिन देशभर में अलग-अलग खेलों का आयोजन किया जाता है. जिसमें जिसमें कबड्डी, मैराथन, बास्केटबॉल, वॉलीबॉल, हॉकी और भी काफी स्पोर्ट्स इवेंट होते हैं. जिसका मकसद वर्तमान के दौर में लोगों को खेल के प्रति प्रेरित करना है. जिससे खेलने वाला खिलाड़ी गेम को गंभीरता सा ले सके. जिसका रिजल्ट देश का सभी खेलों में प्रदर्शन एक बड़ा उदाहरण है. 

हर वर्ष खेल एवं युवा मंत्रालय द्वारा किया जाता आयोजितः
इस पुरस्कार को भारत एवं विश्व हॉकी के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी के नाम पर रखा गया है, जो तीन बार ओलम्पिक के स्वर्ण पदक जीतने वाली भारतीय हॉकी टीम के सदस्य रहे. जो हर वर्ष खेल एवं युवा मंत्रालय द्वारा प्रदान किया जाता है. प्राप्तकर्ताओं को मंत्रालय द्वारा गठित एक समिति द्वारा चुना जाता है और उन्हें अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पिछले चार साल की अवधि में खेल क्षेत्र में शानदार और सबसे उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया जाता है. इस पुरस्कार में 25 लाख की राशि पुरस्कार के तौर पर दी जाती है. 

वहीं एक नजर भारतीय हॉकी टीम के सदस्य रहे. मेजर ध्यानचंद के जीवन से लेकर खेल करियर पर डाली जाये तो खिलाड़ी साल 1905 में प्रयागराज में जन्मा था. जिसने बड़े होकर हॉकी की रुख किया और अपने करियर में कई रिकॉर्ड दर्ज किये. ध्यानचंद तीन बार स्वर्ण पदक जीतने वाली भारतीय हॉकी टीम के सदस्य रह चुके है. मेजर ध्यानचंद ने साल 1928, 1932 और 1936 में भारत के लिए ओलंपिक में स्वर्ण पदक को अपने नाम किया था. अपने हॉकी करियर में मेजर ध्यानचंद ने 500 से भी अधिक गोल किए.