केरल सरकार ने नौका हादसा मामले में न्यायिक जांच के दिए आदेश

मलप्पुरम: केरल में पर्यटक नौका हादसे के एक दिन बाद राज्य सरकार ने सोमवार को मामले में न्यायिक जांच का आदेश दिया और मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये का मुआवजा देने का फैसला किया. इस हादसे में महिलाओं एवं बच्चों समेत 22 लोगों की मौत हो चुकी है. तिरुरनगांडी तालुक अस्पताल में घायलों से मुलाकात करने और अपने 12 परिजनों को खोने वाले कुल्लुम्मेल परिवार से मुलाकात के बाद यहां मीडियाकर्मियों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने इस दुर्घटना को ‘‘दुखद’’ बताया और कहा कि सरकार उपचाराधीन मरीजों के इलाज का खर्च वहन करेगी.

विजयन ने तानुर में सर्वदलीय बैठक के बाद जांच और मुआवजे की घोषणा की, जिसमें विपक्षी दलों के वरिष्ठ नेताओं ने भी हिस्सा लिया था. विजयन ने मीडियाकर्मियों से कहा, ‘‘सर्वदलीय बैठक में मामले में न्यायिक जांच को लेकर फैसला किया गया. जांच में अन्य मामलों के साथ नौका की सुरक्षा से संबंधित तकनीकी मुद्दों को शामिल किया जाएगा. तकनीकी विशेषज्ञों को शामिल करते हुए एक न्यायिक आयोग का गठन किया जाएगा. केरल पुलिस का एक विशेष जांच दल मामले में जांच करेगा. उन्होंने मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये का मुआवजा देने की भी घोषणा की.

मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने पूर्व में पर्यटक नौकाओं के लिए सुरक्षा नियम बनाए थे और घटना के संबंध में इस बात की जांच की जाएगी कि इन नियमों का पालन किया जा रहा था या नहीं. उन्होंन यह भी सूचित किया कि अस्पताल में भर्ती 10 में से दो मरीजों को छुट्टी दे दी गई है और आठ का इलाज हो रहा है. नौका थूवलथीरम तट के निकट तानुर में शाम करीब साढ़े सात बजे डूब गई थी. राज्य सरकार ने सोमवार को एक दिवसीय शोक की घोषणा की है और सभी आधिकारिक कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं. सोर्स- भाषा