लखनऊ: कांग्रेस नेता प्रिंयका गांधी वाड्रा किसानों से मिलने के लिए रविवार आधी रात के बाद लखीमपुर खीरी रवाना हुईं. घटनास्थल पर जाने के लिए लुका-छुपी का खेल खेल रहीं प्रियंका गांधी के मंसूबों को पुलिस-प्रशासन ने नाकाम कर दिया. उन्हें सीतापुर के हरगांव में हिरासत में ले लिया गया है. प्रियंका रात भर यूपी पुलिस को छकाती रहीं.
गौरतलब है कि इससे पहले पार्टी ने आशंका जतायी थी कि प्रियंका को लखीमपुर खीरी जाने से रोकने के लिए उन्हें उत्तर प्रदेश पुलिस नजरबंद कर सकती है. उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के रविवार के लखीमपुर खीरी दौरे का विरोध करने को लेकर भड़की हिंसा में घायल हुए किसानों से मिलने के लिए प्रियंका वहां जा रही हैं.
हिंसा की घटना में चार किसानों सहित कुल आठ लोगों की मौत हो गई:
अधिकारियों के अनुसार, हिंसा की घटना में चार किसानों सहित कुल आठ लोगों की मौत हो गई. प्रियंका और पार्टी के नेता दीपिन्दर सिंह हुड्डा रविवार रात लखनऊ पहुंचे. कांग्रेस की उत्तर प्रदेश इकाई के प्रवक्ता अशोक सिंह ने पीटीआई/भाषा को बताया कि प्रियंका लखरीमपुर खीरी रवाना हो गयी हैं. इससे पहले पार्टी के एक नेता ने कहा था कि प्रियंका अभी (लखीमपुर खीरी के लिए) रवाना नहीं हुई हैं. उन्हें नजरबंद किए जाने की पूरी आशंका है. मकान के बाहर 300 पुलिसकर्मी और 150 महिला कांस्टेबल हैं. 300 से ज्यादा पार्टी कार्यकर्ता भी हैं.
प्रियंका ने हिंसा की घटना को लेकर बीजेपी पर साधा निशाना:
प्रियंका ने हिंसा की घटना को लेकर भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधा है और जानना चाहा कि क्या किसानों को इस देश में जिंदा रहने का अधिकार है. उन्होंने ट्वीट किया कि भाजपा देश के किसानों से कितनी नफ़रत करती है? उन्हें जीने का हक नहीं है? यदि वे आवाज उठाएँगे तो उन्हें गोली मार दोगे, गाड़ी चढ़ाकर रौंद दोगे? बहुत हो चुका. ये किसानों का देश है, भाजपा की क्रूर विचारधारा की जागीर नहीं है. किसान सत्याग्रह मजबूत होगा और किसान की आवाज और बुलंद होगी.