Rajasthan: 15 वर्षो से पानी के लिए तरस रही शहर में स्थित लक्ष्मीचंद सांवल कॉलोनी, स्थानीय निवासियों ने आंदोलन की बनाई रणनीति

जैसलमेर: जैसलमेर शहर के वीआईपी कॉलोनियों की लिस्ट में जानी जाने वाली लक्ष्मीचंद सांवल कॉलोनी जिसे नगर परिषद ने 15 वर्ष पहले अलॉट किया था. वही अपने आशियाने के सपनों को आंखों में लिए यहां के बाशिंदों ने उच्च दरे नगर परिषद में जमा कर मकान का हक पाया था. 

लेकिन बीते 15 वर्षों से यहां के बाशिंदों के लिए रहना तो क्या जीना भी दुश्वार हो गया है यहां मूलभूत सुविधाओं के अभाव के चलते बाशिंदों को कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है. नगरपरिषद द्वारा ऊंची दरों पर  आवंटित की गई इस कॉलोनी में न तो पानी, न सीवरेज,ना रोड लाइट ना बिजली और  ना ही सड़क है. ऐसे में वाशिदो ने  अपने आशियाने के लिए जो सपने  सजोए थे वे  धूमिल होते जा रहे है और ऐसी कॉलोनी में उनका जीना तक दुश्वार हो गया है. मूलभूत सुविधाओं से पिछड़े इन कॉलोनी वासियों ने जिला प्रशासन को भी कई बार अपनी समस्याओं से अवगत करवाया लेकिन समस्या जस की तस है. लेकिन अब 15 वर्षो के लंबे इंतजार के बाद यहां के बाशिंदों का गुस्सा फूट पड़ा है जिसके चलते उन्होंने आन्दोलन तक करने की रणनीति बना ली है. शहर के रामगढ़ बाईपास स्थित लक्ष्मीचंद सांवल कॉलोनी को बसे 15 वर्ष के करीब समय हो चुका है. 

लेकिन आज भी इस कॉलोनी के बाशिंदे बिजली-पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं से पिछड़े हैं. जिसके चलते आज कॉलोनी के वाशिंदों ने लक्ष्मीचंद सांवल  विकास समिति का गठन किया.  कार्यकारिणी गठन के बाद सदस्यों ने  बैठक का आयोजन किया. जिसमें निर्णय लिया गया कि बीते 15 वर्षों से वाशिंदे मूलभूत सुविधाओं से पिछड़े हैं. कई बार जिला प्रशासन को अवगत भी करवाया गया लेकिन समस्याएं जस की तस है. कॉलोनी में बिजली, पानी,सड़क के साथ ही सीवरेज व रोड लाइटें नहीं होने से वाशिदो को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है लेकिन नगर परिषद और जिला प्रशासन इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है. यदि समय रहते हमारी समस्याओं का समाधान नहीं होता है तो आगामी दिनों में आंदोलन किया जाएगा.