मारवाड़ चिकित्सा विश्वविद्यालय विधेयक-2023 ध्वनिमत से पारित,परसादी लाल मीणा बोले-पश्चिमी राजस्थान के मरीजों को मिल सकेगी बेहतर चिकित्सकीय सुविधाएं

जयपुर: चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री परसादी लाल मीणा ने कहा कि जोधपुर में मारवाड़ चिकित्सा विश्वविद्यालय खुलने से पश्चिमी राजस्थान के मरीजों को अपने निकट ही बेहतर चिकित्सकीय सुविधाएं उपलब्ध हो सकेगी. इस विश्वविद्यालय को खोलने के लिए 500 करोड़ रूपये की वित्तीय स्वीकृति भी जारी कर दी गई है. परसादी लाल मीणा गुरूवार को विधानसभा में मारवाड़ चिकित्सा विश्वविद्यालय विधेयक-2023 पर हुई चर्चा के बाद अपना जवाब दे रहे थे. इससे पहले परसादी लाल मीणा ने विधेयक को चर्चा के लिए सदन मेें प्रस्तुत किया तथा चर्चा के बाद सदन ने विधेयक को ध्वनिमत से पारित कर दिया.

चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार मेडिकल कॉलेजों की स्थापना कर प्रदेश में चिकित्सा सुविधाओं एवं सेवाओं का निरंतर विस्तार कर रही है. उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार के कार्यकाल में ही 16 मेडिकल कॉलेज की शुरूआत की गई है तथा दौसा, बूंदी, करौली, अलवर और हनुमानगढ़ जिलों में भी इसी वर्ष मेडिकल कॉलेज शुरू हो जाएंगे. साथ ही, राज्य सरकार तीन जिलों- जालोर, प्रतापगढ़ और राजसमंद में अपने वित्तीय संसाधनों से भी मेडिकल कॉलेज खोल रही है.

चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि जोधपुर में मारवाड़ चिकित्सा विश्वविद्यालय को शीघ्र संचालित करने के लिए 500 करोड़ रूपये की वित्तीय स्वीकृति देने के साथ ही पद भी सृजित कर दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के भवन के लिए डीपीआर के लिए निर्देश भी जारी कर दिए है. उन्होंने बताया कि विभाग निरंतर महत्वपूर्ण निर्णय लेकर प्रदेश में चिकित्सीय तंत्र को सुदृढ़ कर रहा है और विभाग ने 400 सहायक आचार्यों की भर्ती की है. वहीं, प्रदेश में एमबीबीएस की सीटें भी 750 से बढ़कर 3 हजार 230 हो जाएगी. उन्होंने बताया कि प्रत्येक प्राथमिक चिकित्सा केन्द्र और सामुदायिक चिकित्सा केन्द्र पर चिकित्सक नियुक्त किए गए है. इससे पहले विधेयक को जनमत जानने के प्रस्ताव को सदन  ने ध्वनिमत से अस्वीकार कर दिया.