Monsoon Update: जून-जुलाई में जमकर बरसने के बाद अगस्त में सुस्त हुआ मानसून, पूर्वी राजस्थान में औसत से भी कम बारिश दर्ज

राजस्थानः जून-जुलाई दो महीने में जमकर बरसने के बाद अगस्त में मानसून खफा सा नजर आ रहा है. जिसके चलते अब चढ़ते तापमान ने जलाना शुरू कर दिया है. जयपुर में पार 38 दर्ज हुआ. तो वहीं चूरू में 35 सेल्सियस पर मापा गया. 

हालांकि बीते रविवार को हनुमानगढ़ और गंगानगर में जरूर हल्की बारिश का दौर देखने को मिला लेकिन अधिकांश जिलों में धूप की तपन ने लोगों को जला के रखा दिया. ऐसे में मौसम विभाग का कहना है कि आने वाले एक सप्ताह तक मानसून का मिजाज इस प्रकार ही रहने वाला है. इसका मतलब सितंबर के पहले सप्ताह तक प्रदेशवासियों को गर्मी से राहत मिलती नजर नहीं आयेगी. 

जयपुर और जोधपुर में धूप से तपे लोगः
इस तपती धूप के बीच जयपुर, जोधपुर, बीकानेर, कोटा, अजमेर समेत कई जिलों में कल मौसम साफ रहा. गंगानगर में दिन का अधिकतम तापमान 38 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ. जबकि चूरू, पिलानी, हनुमानगढ़, फलौदी में भी कल दिन का अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस या उससे ऊपर दर्ज हुआ. 

ट्रफ लाइन के चलते मानसून का बिगाड़ा संतुलनः
मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक पश्चिमी हवाएं प्रभावी होने से मानसून ट्रफ लाइन अपनी नॉर्मल पोजिशन से खिसक कर उत्तर की तरफ हिमालय पर आ गई है. इस कारण राजस्थान, मध्य प्रदेश, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश समेत मध्य भारत के कई हिस्सों में बारिश की गतिविधियां अगले एक सप्ताह बहुत कम होगी. जबकि पहाड़ी इलाकों में बारिश के चलते मौसम सुहाना रहने की उम्मीद है. 

वही एक नजर अभी तक के राजस्थान मानसून पर डाले तो इस बार सामान्य़ से करीब 16 फीसदी अधिक बारिश हुई है. सामान्य बारिश 357.5MM होती है जबकि इस बार औसत बारिश 415.7MM हो चुकी है. हालांकि पूर्वी क्षेत्रों में मानसून ने लोगों को सताया है.