मोरबी: प्रसिद्ध आध्यात्मिक गुरु और रामचरित मानस के प्रतिपादक मोरारी बापू ने मोरबी में सफाई कार्यक्रम में भाग लेकर भारत सरकार के स्वच्छता ही सेवा अभियान में सक्रिय योगदान दिया.
रविवार को सुबह 10:00 बजे सैकड़ों समर्पित अनुयायियों के साथ मोरारी बापू और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने मोरबी में चल रहे रामकथा स्थल पर सफाई अभियान में उत्साहपूर्वक भाग लिया. इस राष्ट्रीय अभियान में मोरारी बापू के भाग लेने से निश्चित रूप से अनगिनत अन्य लोगों को झाड़ू उठाने और स्वच्छता अभियान में शामिल होने के लिए प्रेरित किया.
स्वच्छता अभियान में भाग लेने के लिए अपनी दृढ़ प्रतिबद्धता व्यक्त करते हुए, मोरारी बापू ने एक दिन पहले घोषणा की थी कि इस रविवार को रामकथा 10:00 बजे की बजाय 10:00 बजे, यानी की सामान्य से एक घंटे देरी से शुरू होगी.
मोरारी बापू ने कहा कि, “भारत सरकार ने स्वच्छता ही सेवा कार्यक्रम की घोषणा की है. यह एक राष्ट्रीय आयोजन है और हम सभी को इसमें सच्चे दिल से योगदान देना चाहिए. व्यासपीठ भी पूरे जोश के साथ स्वच्छता अभियान में हिस्सा लेगी. मैं भी भाग लेने जा रहा हूं और स्वच्छ भारत बनाने में अपना योगदान दूंगा. मैं सभी से इस प्रयास में शामिल होने की अपील करता हूं.”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छता के आह्वान के चलते एक पखवाड़े तक चलने वाला और 'कचरा-मुक्त भारत' विषय पर केंद्रित स्वच्छता ही सेवा अभियान आयोजित किया गया था. अभियान का समापन रविवार को सरकार के मंत्री, अधिकारी और नागरिकों द्वारा एक घंटे के नागरिक नेतृत्व वाले "स्वच्छता के लिए श्रमदान" के हिस्से के रूप में विभिन्न स्थानों पर स्वच्छता अभियान में भाग लेने के साथ हुआ. एकता और दृढ़ संकल्प का प्रदर्शन करते हुए और पीएम मोदी की अपील से प्रेरणा लेते हुए 14 दिनों में 32 करोड़ से अधिक देशवासियों ने स्वच्छता अभियान में भाग लिया.