नई दिल्ली: कांग्रेस में चल रहा अंदरूनी विवाद अभी खत्म होते दिखाई नहीं दे रहा है. वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने आज एक बार फिर ट्वीट करके इस तरह की अटकलों को हवा दे दी है. इससे पहले सोमवार को हुई कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में पार्टी के 23 नेताओं द्वारा नेतृत्व में बदलाव की मांग को लेकर लिखा गया पत्र छाया रहा. सोनिया गांधी को फिर से पार्टी का अंतरिम अध्यक्ष चुने जाने के बाद चिट्ठी लिखने वाले नेताओं ने आगे की रणनीति को लेकर बैठक की थी.
कपिल सिब्बल के ट्वीट के कई तरह के मायने लगाए जा रहे:
ऐसे में अब कपिल सिब्बल के ट्वीट के कई तरह के मायने लगाए जा रहे हैं. उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि यह किसी पद की बात नहीं है. यह मेरे देश की बात है जो सबसे ज्यादा जरूरी है. दूसरी ओर पार्टी से निलंबित नेता संजय झा ने इसे अंत की शुरुआत बताया है. इससे पहले राहुल गांधी की भाजपा के साथ मिलीभगत वाली कथित टिप्पणी को लेकर सिब्बल ने विरोध जताते हुए ट्वीट किया था. हालांकि राहुल से बात होने पर उन्होंने उस ट्वीट को वापस ले लिया था. वहीं गुलाम नबी आजाद ने कहा था कि यदि राहुल गांधी का भाजपा के साथ मिलीभगत वाला बयान साबित हो जाता है तो वे अपने पद से इस्तीफा दे देंगे.
It’s not about a post
— Kapil Sibal (@KapilSibal) August 25, 2020
It’s about my country which matters most
सोनिया गांधी बनीं रहेंगी कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष, CWC बैठक में सोनिया के नाम पर रजामंदी
राहुल गांधी ने सोनिया गांधी को पत्र लिखने वाले नेताओं पर निशाना साधा:
इससे पहले सोमवार को करीब छह घंटे तक चली CWC की बैठक में सर्वसम्मति से सोनिया के इस्तीफे की पेशकश को ठुकराते हुए उनके अध्यक्ष बने रहने पर मुहर लगी. इस दौरान राहुल गांधी ने भी पार्टी में नेतृत्व के मुद्दे पर सोनिया गांधी को पत्र लिखने वाले नेताओं पर निशाना साधा और कहा कि जब पार्टी राजस्थान एवं मध्य प्रदेश में विरोधी ताकतों से ल़़ड रही थी और सोनिया गांधी अस्वस्थ थीं तो उस समय ऐसा पत्र क्यों लिखा गया.