जयपुर: वोटिंग के महायज्ञ में आहूति देने में नव विवाहित महिलाओं का बड़ा तबका कहीं छूट जाता है,लेकिन इस बार ऐसा नहीं होगा. निर्वाचन विभाग ने इस बार विशेष क्लस्टर कैंपों और अभियान चलाकर करीब 80 हजार नव विवाहित महिलाओं को जोड़ा है जो कि लोकतंत्र के महापर्व में बड़ी भूमिका निभाएगा.
अक्सर महिला जब शादी होकर पीहर से ससुराल जाती है तो चुनाव के समय उसका नाम ससुराल के विधानसभा क्षेत्र की मतदाता सूची में नहीं जुड़ता. इस समस्या को समझते हुए इस बार निर्वाचन विभाग ने क्लस्टर कैंप और विशेष अभियान चलाकर 80000 नव विवाहित महिलाओं को जोड़ा है.
95 विधानसभा क्षेत्र ऐसे हैं जहां महिलाओं ने पुरुषों से कम वोटिंग की
जबकि ऐसे मतदान केंद्रों की संख्या 24665 है
महिलाओं द्वारा पुरुषों से 5% तक कम वोटिंग वाले 10257 मतदान केंद्र हैं.
कुल नव विवाहित करीब 80 हजार महिला मतदाता पंजीकृत
निर्वाचन विभाग की ओर से किए गए कैंपों के चलते ऐसा हुआ
वोटर लिंगानुपात हमेशा से चिंता का विषय रहा है
लेकिन अब इसमें सुधार हुआ है और अब यह करीब 922 हो गया है
यानी हर हजार पुरुष मतदाता पर 922 महिला मतदाता हैं
विशिष्ट जनजाति समूह के वोटर्स जोड़ने में राजस्थान अग्रणी रहा है
निर्वाचन विभाग ने सहारिया समुदाय के विशिष्ट जनजातीय समूह के पात्र सौ फीसदी वोटर जोड़े
यानि 77343 PVTG के पंजीकरण में सफलता पाई है
इस समूह की कुल आबादी 1.18 लाख है
निर्वाचन विभाग द्वारा लगाए गए 24726 क्लस्टर कैंप की वजह से यह संभव हो पाया है
सितंबर अंत तक विशेष प्रयास करके निर्वाचन विभाग ने क्लस्टर कैंपों के जरिये नव विवाहित महिलाओं को जोड़कर एक बड़ी समस्या का समाधान किया है.