ODI World Cup: अफगानिस्तान के स्पिनरों से चिंतित पाकिस्तान, चेन्नई में नहीं खेलना चाहता पाक

नयी दिल्ली: पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) भारत में एकदिवसीय विश्व कप के दौरान कुछ विशिष्ट स्थलों में कुछ टीमों के खिलाफ खेलने को लेकर ‘सहज’ नहीं है जिसमें अफगानिस्तान के खिलाफ चेन्नई और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बेंगलुरू में खेलना शामिल है. एशिया कप के आयोजन को लेकर गतिरोध समाप्त हो गया है और अक्टूबर-नवंबर में होने वाले विश्व कप के लिए पाकिस्तान के भारत आने की उम्मीद है. भारत और पाकिस्तान के बीच बहुप्रतीक्षित मुकाबला 15 अक्टूबर को अहमदबाद में होने की संभावना है. 

विश्व कप कार्यक्रम की घोषणा से पहले अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने पीसीबी सहित सभी सदस्य बोर्ड से प्रस्तावित कार्यक्रम पर सुझाव मांगे हैं. पीसीबी के एक विश्वसनीय सूत्र ने बताया कि बोर्ड के आंकड़े, विश्लेषक और टीम रणनीति विशेषज्ञ को उन आयोजन स्थलों को स्वीकृति देने का काम सौंपा गया है जहां आईसीसी और भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने 50 ओवर के प्रतिष्ठित टूर्नामेंट के दौरान पाकिस्तान के मुकाबलों का अस्थाई कायक्रम तैयार किया है.

राशिद खान और नूर अहमद पाकिस्तान के लिए बड़ा खतरा:
सूत्र ने कहा, ‘‘पीसीबी ने टीम का अस्थाई कार्यक्रम चयनकर्ताओं/विशेषज्ञों के पास भेजा है जो संभवत: पाकिस्तान टीम के कुछ मुकाबलों के कार्यक्रम और स्थल को लेकर सहज नहीं हैं. जैसे कि उन्हें चेन्नई में अफगानिस्तान और बेंगलुरू में ऑस्ट्रेलिया से खेलने को लेकर आपत्ति है. चेन्नई की स्पिन की अनुकूल पिच पर अफगानिस्तान से खेलने का मतलब है कि पाकिस्तान को राशिद खान और नूर अहमद जैसे स्पिनरों का सामना करना होगा जिन्होंने इंडियन प्रीमियर लीग 2023 में गुजरात टाइटंस की ओर से अच्छा प्रदर्शन किया.

बेंगलुरू की पिच आम तौर पर बल्लेबाजी के अनुकूल होती है और यह समझना मुश्किल है कि आखिर क्यों पाकिस्तान को चिन्नास्वामी स्टेडियम में ऑस्ट्रेलिया से खेलने में आपत्ति है. सूत्रों के मुताबिक  चयनकर्ताओं ने अफगानिस्तान के खिलाफ आयोजन स्थल के रूप में चेन्नई को स्वीकार नहीं करने की सलाह बोर्ड को दी है क्योंकि यह ऐसा स्थल है जो एतिहासिक रूप से और आंकड़ों के लिहाज से स्पिनरों के अनुकूल है. 

क्या होगा आयोजन स्थल में बदलाव ?:
सूत्र ने दावा किया, बोर्ड को सुझाव यह है कि आईसीसी/बीसीसीआई को पाकिस्तान के मैचों का कार्यक्रम बदलने को कहा जाए और टीम के मजबूत पक्ष के अनुसार बेंगलुरू में अफगानिस्तान और चेन्नई में ऑस्ट्रेलिया से खेला जाए. हालांकि बीसीसीआई के एक सूत्र ने कहा कि आईसीसी का सदस्यों से कार्यक्रम पर सुझाव मांगना प्रोटोकॉल का हिस्सा है और आयोजन स्थल में बदलाव के लिए ठोस कारण होना चाहिए. 


सूत्र ने कहा, ‘‘सदस्य बोर्ड सुरक्षों कारणों से आयोजन स्थल में बदलाव की मांग कर सकते हैं जैसे पाकिस्तान ने 2016 में किया था जब वे टी20 विश्व कप के लिए भारत आए थे. अगर आपने अपनी टीम के मजबूत और कमजोर पक्षों के अनुसार स्थल पर आपत्ति जतानी शुरू कर दी तो कार्यक्रम को अंतिम रूप देना बेहद मुश्किल हो जाएगा. उन्होंने कहा, इसलिए जब तक पर्याप्त ठोस कारण नहीं होता तब तक स्थल में बदलाव नहीं होता. सूत्र 2016 टी20 विश्व कप में भारत और पाकिस्तान के मुकाबले को धर्मशाला से कोलकाता स्थानांतरित करने के संदर्भ में कह रहे थे. 

अंतिम फैसला सरकार पर- पीसीबी सूत्र :
पिछले महीने पीसीबी ने नई राष्ट्रीय चयन समिति की घोषणा की थी जिसमें पहली बार हसन चीमा को राष्ट्रीय टीम के सचिव, प्रबंधन विश्लेषक और टीम रणनीतिकार के रूप में शामिल किया गया है जबकि राष्ट्रीय पुरुष टीम के निदेशक मिकी आर्थर और मुख्य कोच ग्रैंड ब्रेडबर्न भी इसमें शामिल हैं. भारत के खिलाफ विश्व कप मुकाबला अहमदाबाद में खेलने के लिए पाकिस्तान के राजी होने के बारे में पूछे जाने पर पीसीबी सूत्र ने कहा कि इस पर लगभग सहमति बन गई है लेकिन अंतिम फैसला सरकार करेगी.

पाकिस्तान को अपने दो शुरुआती मुकाबले हैदराबाद में छह और 12 अक्टूबर को खेलने हैं. पाकिस्तान के इसके अलावा चेन्नई, कोलकाता, बेंगलुरू और अहमदाबाद में खेलने की उम्मीद है. सोर्स भाषा