लोकसभा में प्रधानमंत्री मोदी बोले, अविश्वास प्रस्ताव हमारे लिए शुभ, ये विपक्ष का फ्लोर टेस्ट है, हमारा नहीं

नई दिल्ली: लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि देश की जनता ने हमारी सरकार के प्रति बार-बार जो विश्वास जताया है. मैं आज देश के कोटि-कोटि नागरिकों का आभार व्यक्त करने के लिए उपस्थित हुआ हूं. पीएम मोदी ने कहा कि कहते हैं कि भगवान बहुत दयालु हैं और भगवान की मर्जी होती है कि वो किसी न किसी के माध्यम से अपनी इच्छा की पूर्ति करते हैं. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मैं इसे भगवान का आशीर्वाद मानता हूं कि ईश्वर ने विपक्ष को सुझाया और वो प्रस्ताव लेकर आए. 

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि साल 2018 में भी ये ईश्वर का ही आदेश था जब विपक्ष के मेरे साथी अविश्वास प्रस्ताव लेकर आए थे.एक तरह से विपक्ष का अविश्वास प्रस्ताव हमारे लिए शुभ होता है और मैं आज देख रहा हूं कि आपने तय कर लिया है कि NDA और BJP 2024 के चुनाव में पुराने सभी रिकॉर्ड तोड़कर भव्य विजय के साथ जनता के आशीर्वाद से वापस आएगी. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव हमारी सरकार का फ्लोर टेस्ट नहीं है, बल्कि ये उन्हीं का फ्लोर टेस्ट है.अविश्वास प्रस्ताव के मत के दौरान विपक्ष के पास जितने वोट थे, उतने वोट भी वो जमा नहीं कर पाए थे. इतना ही नहीं, जब हम जनता के पास गए तो जनता ने भी पूरी ताकत के साथ इनके लिए No Confidence घोषित कर दिया.

विपक्ष के प्रस्ताव पर यहां 3 दिनों से अलग-अलग विषयों पर काफी चर्चा हुई है. अच्छा होता सदन की शुरुआत के बाद से ही विपक्ष ने गंभीरता के साथ सदन की कार्यवाही में हिस्सा लिया होता. पीएम मोदी ने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव के मत के दौरान विपक्ष के पास जितने वोट थे, उतने वोट भी वो जमा नहीं कर पाए थे. इतना ही नहीं, जब हम जनता के पास गए तो जनता ने भी पूरी ताकत के साथ इनके लिए No Confidence घोषित कर दिया. 

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि विपक्ष ने सिद्ध कर दिया है कि देश से बड़ा उनके लिए दल है, देश से पहले उनकी प्राथमिकता दल है. मैं समझता हूं कि आपको गरीब की भूख की चिंता नहीं है, सत्ता की भूख ही आपके दिमाग पर सवार है. पीएम मोदी ने कहा कि कई ऐसे बिल थे जो गांव, गरीब, दलित, पिछड़ों और आदिवासियों के कल्याण के लिए थे, उनके भविष्य के साथ जुड़े हुए थे, लेकिन इसमें उन्हें (विपक्ष) कोई रूचि नहीं है.देश की जनता ने जिस काम के लिए उनको यहां भेजा है, उस जनता के साथ भी विश्वासघात किया गया है.