राज्य स्तरीय पालनहार लाभार्थी संवाद कार्यक्रम: CM गहलोत आज करेंगे 5.91 लाख लाभार्थियों के बैंक खातों में 87.36 करोड़ रुपए का सीधा हस्तांतरण

जयपुर: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सोमवार को राज्य स्तरीय पालनहार लाभार्थी संवाद कार्यक्रम के तहत 5 लाख 91 हजार 730 लाभार्थियों के बैंक खातों में 87 करोड़ 36 लाख 56 हजार 750 रुपए की राशि डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (डीबीटी) के माध्यम से हस्तांतरित करेंगे.

मुख्यमंत्री आवास पर दोपहर 12 बजे आयोजित किए जाने वाले इस कार्यक्रम में सीएम गहलोत वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से लाभार्थियों से संवाद भी करेंगे. प्रदेश के सभी जिलों में भी जिला स्तरीय लाभार्थी संवाद कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. सभी जिले वीडियो कांफ्रेंस के जरिए राज्य स्तरीय संवाद कार्यक्रम से जुड़ेंगे.

प्रदेश में अनाथ, देखरेख व संरक्षण की श्रेणी में आने वाले बालक और बालिकाओं की परिवार के अंदर ही समुचित देखरेख, संरक्षण एवं शिक्षा सुनिश्चित हो सके, इसके लिए पालनहार योजना संचालित है. योजना के तहत इन बच्चों का पालन-पोषण करने वाले व्यक्ति को बच्चों की शिक्षा, खाने-पीने और कपड़ों की व्यवस्था के लिए प्रतिमाह आर्थिक सहायता दी जाती है.

उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने वर्ष 2023-24 के बजट में पालनहार योजना में 0 से 6 वर्ष आयु के बच्चों के लिए प्रतिमाह दी जाने वाली सहायता राशि 500 रुपये से बढ़ाकर 750 रुपये प्रतिमाह तथा 6 से 18 वर्ष आयु वर्ग को देय राशि एक हजार रुपये से बढ़ाकर 1500 रूपए प्रतिमाह करने की घोषणा की थी. वर्तमान राज्य सरकार के अब तक के कार्यकाल में योजना पर 2516 करोड़ रुपये व्यय किए जा चुके हैं.

पालनहार योजना की पात्र श्रेणियां:
अनाथ बच्चे, न्यायिक प्रक्रिया से मृत्यु दण्ड, आजीवन कारावास प्राप्त माता-पिता के बच्चे, पेंशन प्राप्त कर रही विधवा माता के बच्चे, पुनर्विवाहित विधवा माता के बच्चे, एच.आई.वी.एड्स से पीड़ित माता-पिता के बच्चे, कुष्ठ रोग से पीड़ित माता-पिता के बच्चे, नाता जाने वाली माता के बच्चे, विशेष योग्यजन माता-पिता के बच्चे, पेंशन प्राप्त कर रही तलाकशुदा अथवा परित्यक्ता महिला के बच्चे, सिलिकोसिस पीड़ित माता-पिता के बच्चे पालनहार योजना की पात्र श्रेणियां हैं.