मुंबई: भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने बैंकों से कहा है कि वे मौजूदा भू-राजनीतिक घटनाक्रमों पर नजर बनाए रखें.
उन्होंने कहा कि बैंक इन घटनाक्रमों से अपने बही-खाते पर संभावित असर को कम करने के लिए पूंजी जुटाने सहित सभी जरूरी उपाय करें.
बैंकिंग क्षेत्र जुझारू बना हुआ है और विभिन्न बाधाओं का सामना करने के बावजूद उसमें सुधार जारी:
रिजर्व बैंक ने एक बयान में कहा कि गवर्नर ने मंगलवार और बुधवार को प्रमुख बैंकों के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारियों (सीईओ) के साथ बैठक की. इस दौरान रिजर्व बैंक के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे. दास ने अपने संबोधन में महामारी के दौरान अर्थव्यवस्था की बेहतरी के लिए बैंकों द्वारा निभाई गई ‘‘महत्वपूर्ण भूमिका’’ का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि बैंकिंग क्षेत्र जुझारू बना हुआ है और विभिन्न बाधाओं का सामना करने के बावजूद उसमें सुधार जारी है.
बैठक में डिप्टी गवर्नर एम के जैन और एम राजेश्वर राव भी शामिल हुए:
रिजर्व बैंक ने कहा कि गवर्नर ने बैंकों को हाल के भू-राजनीतिक घटनाक्रमों पर नजर रखने और उनके बही-खाते पर इसके संभावित असर को कम करने के लिए पूंजी जुटाने सहित सक्रिय रूप से सभी उपाय करने की सलाह दी.
दास ने बैंकों से कहा कि वे अपनी शिकायत निवारण प्रणाली में और सुधार करने पर विशेष ध्यान दें तथा आर्थिक गतिविधियों के पुनरुद्धार के लिए जरूरी मदद जारी रखें. इस दौरान ऋण वृद्धि, परिसंपत्ति गुणवत्ता, उपभोक्ता शिकायत निवारण, डिजिटल बैंकिंग इकाइयों की स्थापना, आईटी बुनियादी ढांचे की मजबूती और बैंकों में साइबर सुरक्षा पर भी चर्चा की गई. बैठक में डिप्टी गवर्नर एम के जैन और एम राजेश्वर राव भी शामिल हुए. सोर्स-भाषा