RBI MPC Decision: रेपो रेट 6.50 फीसदी पर बरकरार, RBI ने लागातार चौथी बार ब्याज दर नहीं बढ़ाई

नई दिल्ली: एमपीसी बैठक में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं करने का निर्णय लिया गया है. यह चौथी लगातार बार है जब आरबीआई ने रेपो रेट में कोई इजाफा नहीं किया है. RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि रेपो रेट 6.50 फीसदी रहेगी. इस दौरान आरबीआई गवर्नर ने जीडीपी के अनुमानों में भी कोई बदलाव नहीं किया है. 

शक्तिकांत दास ने कहा है कि सितंबर महीने में महंगाई में कमी आने की उम्मीद है. रेपो रेट में बढ़ोतरी का असर अर्थव्यवस्था पर दिख रहा है. आरबीआई गवर्नर के अनुसार महंगाई की ऊंची दर अर्थव्यवस्था के लिए खतरा है. गवर्नर के अनुसार एमपीसी के छह में से पांच सदस्य अकोमोडेटिव रुख बरकरार रखने के पक्ष में रहे. एमपीसी के सभी सदस्यों को दरों को स्थिर रखने के पक्ष में सहमति दी है. 

उन्होंने कहा कि पॉलिसी का फोकस महंगाई दर को 4 पर्सेंट पर लाने का है. उन्होंने कहा कि वो इसपर जोर देकर कहना चाहते हैं कि महंगाई दर का उनका जो टारगेट है वो 2 से 6 फीसदी नहीं, बल्कि 4 पर्सेंट है. ग्लोबल पॉलिसी दरें पीक पर हुईं, लंबे समय तक दरें ऊपर रहेंगी. प्राइस स्टेबिलिटी के लिए कोर महंगाई में कमी अहम है. 

4 अक्टूबर से आरबीआई की चल रही 3 दिवसीय एमपीसी बैठक 6 अक्टूबर को खत्म हो गई है और RBI ने रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं करने का फैसला किया है.  आरबीआई गवर्नर ने कहा कि ओवरऑल इनफ्लेशन आउटलुक पर खरीफ की बुआई में गिरावट, कम रिजर्व ऑयल लेवर और अस्थिर वैश्विक खाद्य और ऊर्जा कीमतों के कारण अनिश्चितताओं के बादल छाए हुए हैं. उन्होंने कहा कि सितंबर महंगाई में राहत मिलने की संभावना है.