VIDEO: फिर दौड़ेगी शाही ट्रेन, 27 सितंबर को सत्र का आगाज करेगी शाही ट्रेन, देखिए ये खास रिपोर्ट

जयपुर: शाही ट्रेन को ओ एंड एम पर देने के बाद कल सफदरजंग रेलवे स्टेशन, नई दिल्ली पर पैलेस ऑन व्हील्स के सत्र का पहला फेरा शुरू होगा. पर्यटन निगम अध्यक्ष धर्मेंद्र राठौड़ हरी झंडी दिखाकर शाही ट्रेन को रवाना करेंगे. पैलेस ऑन व्हील्स शाही रेलगाड़ी को राजस्थान का सांस्कृतिक दूत कहा जाता है जो पर्यटन के क्षेत्र में दुनिया में एक मिसाल है. क्यूब कंस्ट्रक्शन व ईजी टोल के सामने महती जिम्मेदारी है कि पैलेस ऑन व्हील्स की 'लेगेसी' को आगे बढ़ाएं. देश और दुनिया में राजस्थान और भारत की सांस्कृतिक राजदूत के तौर पर पहचान रखने वाली पैलेस ऑन व्हील्स तैयार है.

ट्रेन की सुरक्षा के लिए 39 CCTV कैमरे लगाए:

विश्व पर्यटन दिवस के मौके पर कल यानी 27 सितंबर को पैलेस ऑन व्हील्स अपने सत्र की शुरुआत करेगी. पहली बार इस ट्रेन को ओ एंड एम आधार पर निजी क्षेत्र को सौंपा गया है. क्यूब कंस्ट्रक्शन और ईजी टोल कंपनी द्वारा इस ट्रेन का संचालन किया जा रहा है. कंपनी द्वारा ट्रेन में सात सितारा सुविधाओं को अपग्रेड किया गया है. शाही मेहमानों और ट्रेन की सुरक्षा के लिए 39 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. ट्रेन का इंटीरियर इतना शानदार है कि वुडन हेरिटेज लुक पर्यटकों को काफी आकर्षित करेगा. पहले फेरे पर 33 केबिन यानी 66 मेहमान सफर करेंगे. इस सत्र के लिए काफी अच्छी एडवांस बुकिंग मिली है. ट्रेन के टैरिफ में भी 10 फीसदी की वृद्धि की गई है.

पूरी दुनिया में 10 इस तरह की लग्जरी ट्रेन:

राजस्थान पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष धर्मेन्द्र राठौड़ ने बताया कि पैलेस ऑन व्हील्स 1982 से लगातार चल रही थी, 2020 में कोविड के कारण इस ट्रेन को बंद कर दिया गया था, पैलेस ऑन व्हील्स को फिर से चलाना सबसे बड़ी चुनौती थी. पूरी दुनिया में 10 इस तरह की लग्जरी ट्रेन है, बाकी 9 ट्रेन अभी तक बंद पड़ी है. पूरे विश्व में 10 लग्जरी ट्रेनों में 9 नहीं चली अभी तक, पैलेस ऑन व्हील्स का पुनः संचालन हमारे लिए गर्व की बात है. अब से पैलेस ऑन व्हील्स फिर से पटरियों पर दौड़ेगी. यह इंगित करता है कि आने वाले दिनों में पर्यटन क्षेत्र और मजबूती के साथ उभरेगा.ध्यान रहे पहली शाही रेल वर्ष 1982 में प्रारंभ हुई थी. रेलवे द्वारा समय-समय पर रेल की गेज परिवर्तन के चलते मीटर गेज से ब्रॉड गेज ट्रेन वर्ष 1991 में दूसरी और 1995 में तीसरी शाही रेल का निर्माण किया गया. 

शाही रेल का सफर देशी और विदेशी पर्यटकों को करता है आनंदित:

शाही रेलगाड़ी का सात दिवस का दिल्ली व आगरा के अलावा राजस्थान के खूबसूरत शहरों जयपुर, जोधपुर, उदयपुर, चित्तौड़गढ़, जैसलमेर तथा भरतपुर का सफर देशी और विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करता है. राजस्थान के गौरवशाली इतिहास के दर्शन कराती इस शाही रेल का सफर देशी और विदेशी पर्यटकों को आनंदित करता है. यहां पर पर्यटक अपने आप को राजसी माहौल में पाता है. इसमें आवभगत, स्वादिष्ट व्यंजन और पर्यटन निगम के अधिकारियों और कर्मचारियों की सेवा भावना व अतिथि सत्कार को देखकर पर्यटक रोमांचित होते हैं. उम्मीद है शाही ट्रेन का नया सत्र शानदार रहेगा.