नई दिल्ली। रुपये में हो रही गिरावट रुकने का नाम नहीं ले रही है। गुरुवार को भी डॉलर के मुकाबले रुपया कमजोर होता हुआ 28 पैसे गिर गया। रुपये में हुई इस गिरावट का सबसे ज्यादा असर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी के रुप में दिखा। विशेषज्ञों की माने तो रुपये में हुआ ये अब तक की सबसे बड़ी ऐतिहासिक गिरावट है।
गौरतलब है कि कच्चे तेल और डॉलर की डिमांड बढ़ने के कारण रुपये में यह गिरावट आई है। फिलहाल एक डॉलर के मुकाबले रुपया 69.09 के स्तर पर पहुंच गया है।
बता दें कि रुपया वैसे तो कमजोर हो गया है, लेकिन इससे देश को सिर्फ नुकसान ही नहीं बल्कि कुछ मायनों में फायदें भी हो रहा हैं। विशेषज्ञों की माने तो रुपये की कमजोरी से आईटी और फॉर्मा के साथ ऑटोमोबाइल सेक्टर को फायदा हो सकता है। वहीं डॉलर की मजबूती से ओएनजीसी, रिलायंस इंडस्ट्रीज, ऑयल इंडिया लिमिटेड जैसी कंपनियों को फायदा हो सकता है।