जोधपुर: राजस्थान प्रदेश के अन्य जिलो की तरह सूर्यनगरी जोधपुर में भी गर्मी का आलम सिर चढकर बोल रहा है. जोधपुर में जहां पारा प्रतिदिन 42 से 43 डिग्री बताया जा रहा है तो वहीं अब सुबह से ही गर्मी का एहसास होने लगा है. दोपहर तक तो गर्मी इस कदर बढ जाती है कि आसमान से मानो अंगारे बरस रहे हो.
इस दौरान आम जनजीवन तो प्रभावित है ही साथ ही जो स्कूली बच्चे है वह भी खासे परेशान नजर आते है. दोपहर बाद जब स्कूल की छुट्टी होती है तो इस दौरान अपना भारी बैग लटकाए बच्चे गर्मी में घर जाते वक्त इसी भरी गर्मी में खासे परेशान भी दिखाई देते है. ऐसे में चिकित्सकों की माने तो गर्मी में बच्चो को ब्रेन स्ट्रॉक होने के चांस ज्यादा रहते है.
प्रदेशभर में गर्मी का आलम किसी से छिपा हुआ नही है इस बार जिस तरह से रिकॉर्ड गर्मी पड रही है जिससे लोगो के हाल बेहाल है. वही सूर्यनगरी जोधपुर में भी लगातार कुछ दिनो से जो पारा है वह 43 के पार दर्ज किया गया है. 43 के पार पारा, चिलचिलाती धूप और इसमें बात करे तो स्कूल जाने वाले वह मासूम बच्चे जो 5 से 15 तक स्कूल का बैग लेकर पसीने से जहां तरबतर नजर आ रहे है.
स्कूल जाने वाले बच्चों के अभी यही हाल हैं. भरी दोपहर में स्कूल की छुट्टी होने के बाद बच्चे चुभती-जलती गर्मी में इसी तरह घर लौटते हैं. अधिकांश स्कूलें खुलने का समय तो सुबह 7- 7:30 बजे है. स्कूलों में छुट्टी तकरीबन दोपहर 1:30 तक हो रही है. इसके बाद में भी ऑटो-बस में स्कूल पहुंचते-पहुंचते बच्चों को आधे घंटे से 2 घंटे तक लगते हैं. ऐसे में ये असहनीय गर्मी बच्चों को बेहाल कर रही है. ऐसे में चिकित्सकों की माने तो बच्चो में लू लगने का खतरा काफी हद तक बढ जाता है.
ग्रीष्मकालीन अवकाश में भी अभी 15-20 दिन पड़े हैं. डॉक्टर्स का भी मानना है कि ऐसी गर्मी में बच्चों को स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां भी हो सकती हैं. शिक्षा विभाग व जिला प्रशासन बच्चों की स्कूलों की छुट्टी का समय अगर थोड़ा जल्दी कर दे तो लाखों बच्चों को राहत मिल सकती है. हालांकि शिक्षा विभाग व जिला प्रशासन बड़े स्तर पर आदेश का इंतजार कर रहे हैं. हालांकि अभी तक किसी प्रकार का आदेश तो नही आया है मगर डॉक्टर्स बच्चो के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए जरूर सलाह देते नजर आ रहे है.
तापमान अधिक रहने से दोपहर में भीषण गर्मी रही. मानो आसमां से अंगारे बरस रहे हो. मौसम विभाग आईएमडी के अनुसार लगातार पारे की उड़ान जारी रहेगी. तापमान के 43 से 44 डिग्री तक पहुंचने की संभावना है. विशेषज्ञों ने दोपहर के समय जरुरत होने पर ही घर से निकलने की सलाह दी है.
अधिक देर तक धूप में रहने से हीट स्ट्रोक का खतरा बना हुआ है. ऐसे में वरिष्ठ फिजिशियन डॉ आलोक गुप्ता ने माता पिता को बच्चो को गर्मी के लिहाज से किए जाने वाले बचाव और उपचार के संबंध में जानकारी दी तो वही प्रशासन को भी आग्रह करते हुए कहा कि प्रशासन को इसमें आवश्यक निर्णय लेना चाहिए.