जयपुर: सोमवती अमावस्या, हरियाली अमावस्या के साथ और भी शुभ संयोग बनने से आज सावन का तीसरा सोमवार खास बन गया है. ऐसे में आज शिव भक्तों के पास भगवान शिव को प्रसन्न करने का पूरा अवसर है. इस शुभ योग में भगवान शिव की आराधना करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. इसके साथ ही घर में सुख-शांति का भी वास होता है.
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ऐसे करें पूजा:
आज सुबह स्नान करके एक तांबे के लोटे में अक्षत, दूध, पुष्प, बेल पत्र आदि डालें. इसके बाद शिव मंदिर में शिवलिंग का अभिषेक करें. इस दौरान ‘ऊं नम: शिवाय’ मंत्र का जाप करें. संभव हो, तो मंदिर परिसर में ही शिव चालीसा और रुद्राष्टक का पाठ करें.
घर की उतर दिशा में तुलसी का पौधा नीले गमले में रखें:
आर्थिक समस्या होने पर घर की उतर दिशा में तुलसी का पौधा नीले गमले में रखें. श्री हरि-श्री हरि अथवा ऊं नमो नारायणाय, ऊं नमो भगवते वासुदेवाय आदि मन्त्र का जाप करते हुए 108 बार उसकी परिक्रमा करें और उस तुलसी के पौधे को वहीं उत्तर दिशा में स्थापित रहने दें आपके धनागमन का रास्ता प्रभु कृपा से खुलेगा.
पितरों को पिंडदान करने से उन्हें तृप्ति मिलती:
इस दिन सुहागिन स्त्रियां भी विभिन्न कामना के लिए व्रत रखती हैं और पीपल की पूजा और परिक्रमा करती हैं. इस दिन पितरों को जल देने से अथवा पिंडदान करने से उन्हें तृप्ति मिलती है. इस दिन दान का अति महत्व है तो अपनी सूझबूझ के अनुसार जो आपको लगे कि इन्हें दान देना चाहिए उन्हें यथाशक्ति दान करें.
अमावस्या और पूर्णिमा दोनो सोमवार को पड़ रही:
इस बार सावन में अमावस्या और पूर्णिमा दोनो सोमवार को पड़ रही हैं, ऐसा संयोग 47 साल बाद बन रहा है. ऐसे में इस बार सावन का महीना बेहद ही खास माना जा रहा है. इस मौके पर शिवपुराण का पाठ और महामृत्युंजय मंत्र का जप करना बेहद फलदायक है. इससे सुख और सौभाग्य की प्रोप्ति होती है.