जयपुर। कांग्रेस ने उपुचनाव की डेट घोषित होने से पहले भले ही अलवर लोकसभा के लिए अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया हो, लेकिन सबसे हॉट सीट मानी जा रही अजमेर से अब तक प्रत्याशी के नाम पर सस्पेंस बना हुआ है। अजमेर लोकसभा खुद पीसीसी चीफ सचिन पायलट की है, इसलिए पायलट वहां से चुनाव लड़ेंगे या नहीं। इस पर अभी तक तस्वीर साफ नहीं हो रही है।
सस्पेंस इसलिए भी गहराता जा रहा है, क्योंकि पायलट खुद लड़ते तो अब तक नाम घोषित भी किया जा सकता था, लेकिन नाम घोषित नहीं किए जाने से कई तरह की चर्चाएं तेज हो गई है। कयास लगाए जा रहे हैं कि क्या भंवर जितेन्द्र सिंह की तरह पायलट भी चुनाव नहीं लड़ेंगे। लेकिन अभी तक खुद पायलट ने चुनाव लड़ने या नहीं लड़ने पर कुछ नहीं कहा है।
पायलट शुरु से ही आलाकमान पर फैसला छोड़ने की बात कह रहे हैं, लेकिन पायलट नहीं लड़ेंगे, ऐसा कहना भी जल्दबाजी होगा। अगर पायलट खुद चुनाव लड़ते हैं तो फिर दूसरे की दावेदारी का सवाल भी नहीं उठता। वहीं अगर वे खुद चुनाव नहीं लड़ते हैं तो फिर पूर्व विधायक रघु शर्मा का नाम तेजी से आगे आ रहा है। हालांकि यहां से दीपेन्द्र सिंह, रामस्वरुप चौधरी, नाथूराम सिनोदिया और नसीम अख्तर के नाम भी चर्चा में हैं।
वहीं मांडलगढ़ विधानसभा उपचुनाव पर भी प्रत्याशी का चयन नहीं हो पाया है। यहां से भी सीपी जोशी के चुनाव लड़ने की चर्चाए चल रही है। हालांकि विवेक धाकड़ और गोपाल मालवीय भी दावेदारी जता रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक इन दोनों जगह कांग्रेस बीजेपी के प्रत्याशी की घोषणा होने के बाद ही नामों का ऐलान करेगी।