VIDEO: जयपुर एयरपोर्ट का टर्मिनल-1 एक बार फिर होगा शुरू, हज की फ्लाइट्स के साथ शुरू होगा संचालन, देखिए ये खास रिपोर्ट

जयपुर: जयपुर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के टर्मिनल-1 पर एक बार फिर रौनक लौटेगी. 21 मई से यहां से हज की फ्लाइट्स का संचालन शुरू हो जाएगा. यात्रियों के आवागमन के लिहाज से एयरपोर्ट का टर्मिनल-1 पिछले 10 साल से बंद है. 16 जुलाई 2013 को इसे बंद कर दिया गया था. हज फ्लाइट्स के बाद यह शेड्यूल्ड फ्लाइट्स के लिए भी खुलेगा. जयपुर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के टर्मिनल-1 पर एक दशक बाद फिर चहल-पहल होगी. हालांकि शुरुआत में यह अस्थाई रूप से हज फ्लाइट्स के लिए खुलेगा, लेकिन विंटर शेड्यूल में इसे नियमित इंटरनेशनल फ्लाइट्स के लिए भी खोला जा सकता है.

दरअसल जयपुर एयरपोर्ट के टर्मिनल-1 को बने हुए डेढ़ साल पूरा हो चुका है. पिछले कुछ महीनों में एयरपोर्ट प्रशासन ने इसे फिर से शुरू करने के प्रयास तो किए थे, लेकिन संचालन में कई बाधाओं के चलते यह सुचारू नहीं हो सका था. एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने टर्मिनल- 1 का निर्माण पूरा करवाया था. हैरिटेज लुक देते हुए टर्मिनल-1 को दुबारा विकसित किया गया है. यहां पूरी बिल्डिंग को नया रूप दिया गया है. पहले सितंबर 2021 में एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया इसे शुरू करने की तैयारी कर रही थी, लेकिन इस बीच 11 अक्टूबर 2021 को एयरपोर्ट का संचालन अडानी समूह को सौंपने के बाद एयरपोर्ट अथॉरिटी इसे शुरू नहीं कर सकी. वहीं अडानी समूह ने संचालन संभालने के बाद इसके निर्माण में कुछ तकनीकी खामियां मानते हुए इसे सुधारने की बात कही थी. अब अडानी समूह ने एयरपोर्ट बिल्डिंग में कुछ सुधार करवाए हैं. 

कुछ ऐसा बना है एयरपोर्ट का टर्मिनल- 1:
- करीब 67 करोड़ लागत से 11500 वर्ग मीटर क्षेत्र में बनाया गया टर्मिनल-1
- एयरपोर्ट टर्मिनल-1 का भवन दो मंजिला बनाया गया है
- ग्राउंड फ्लोर से यात्रियों का आवागमन रहेगा, फर्स्ट फ्लोर पर कार्यालय बनाए
- कस्टम के अराइवल एरिया में 4 और डिपार्चर एरिया में 2 काउंटर बनाए गए 
- इमिग्रेशन के 8 काउंटर अराइवल में और 8 काउंटर डिपार्चर एरिया में बनाए
- शुरुआत में हज फ्लाइट्स के लिए इनमें से करीब आधे काउंटर ही शुरू होंगे
- एयरलाइंस के लिए डिपार्चर एरिया में 10 चैक इन काउंटर बनाए गए
- यात्रियों के लिए ग्राउंड फ्लोर पर 2 बोर्डिंग गेट बनाए गए 
- यानी एक समय पर 2 फ्लाइट्स का संचालन संभव हो सकेगा

जयपुर एयरपोर्ट पर अभी करीब 550 सुरक्षा जवान और अधिकारी कार्यरत हैं. केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने 1 साल पहले इनकी संख्या बढ़ाकर 794 कर दी है. यानी करीब 247 नए सुरक्षा जवान और अधिकारी जयपुर एयरपोर्ट पर आने वाले हैं. इसके बाद टर्मिनल-1 पर भी सुरक्षा व्यवस्था और बेहतर हो सकेगी. वहीं टर्मिनल-1 पर एयरोब्रिज नहीं होना एक बड़ी खामी है. दरअसल किसी भी इंटरनेशनल फ्लाइट के संचालन के लिए एयरोब्रिज होना जरूरी होता है. यात्रियों की बोर्डिंग और डि-बोर्डिंग एयरोब्रिज से होने से कस्टम-इमिग्रेशन आदि एजेंसियों के लिए भी सहूलियत रहती है.

हज फ्लाइट्स के बाद आगे क्या ?:
- हज फ्लाइट्स के बाद टर्मिनल-1 नियमित रूप से शुरू हो सकेगा
- एयरपोर्ट प्रशासन विंटर शेड्यूल में यहां से नियमित फ्लाइट चला सकता
- शुरुआत में इंटरनेशनल फ्लाइट ही यहां से की जाएंगी संचालित
- इसके साथ ही नॉन शेड्यूल्ड यानी चार्टर फ्लाइट भी चल सकेंगी
- अभी जयपुर एयरपोर्ट से रोज 3 से 4 नॉन शेड्यूल्ड फ्लाइट होती संचालित
- AAI रेजिडेंशियल कॉलोनी वाली जगह पर विमानों के पार्किंग वे बनाए जा रहे
- ऐसे में आने वाले समय में विमानों की पार्किंग सुविधा भी सहज हो सकेगी