Delhi Air Pollution: दिल्ली में नहीं थम रहा पॉल्यूशन का खतरा, टूट रहे सारे रिकॉर्ड, अब नये प्रयास पर होगी नजर

नई दिल्लीः दिल्ली में दिवाली के बाद बढ़ता प्रदूषण कम होने का नाम नहीं ले रहा है.  जिसने अब सरकार के साथ आम जनता को भी सोचने के लिए मजबूर कर दिया है. कि आखिर किस तरह से इस जहर के गुबार से बचा जाये. क्योंकि हर एक सांस लोगों के जीवन में जहर घोलने का काम कर रही है. साथ ही सैकडों बीमारियों को बुलावा है. ऐसे में अब दिल्ली-एनसीआर प्रदूषण मामले पर सुप्रीम कोर्ट में मंगलवार को सुनवाई होने वाली है. 

सुप्रीम कोर्ट में ऐसे वक्त में दिल्ली-एनसीआर के प्रदूषण पर सुनवाई हो रही है, जब राजधानी और उसके आस-पास के इलाकों में रहने वाले लोगों को जहरीली हवा में सांस लेने को मजबूर होना पड़ रहा है. क्योंकि सरकार के तमाम प्रयासों के बाद भी हवा की गुणवत्ता में कोई सुधार नहीं हो रहा है. SAFAR India के डाटा के मुताबिक राजधानी में मंगलवार सुबह एक्यूआई 323 रिकॉर्ड किया गया है. 

दिवाली से पहले जब सुप्रीम कोर्ट में प्रदूषण के मामले पर सुनवाई हुई थी, तो कोर्ट ने पराली जलाने पर तुरंत रोक लगाने का आदेश दिया था. कोर्ट ने निर्देश दिया था कि राज्य और केंद्र सरकार के अधिकारी प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए सक्रिय भूमिका निभाएं. कोर्ट ने दिल्ली के बंद स्मॉग टावर दोबारा चालू करने समेत कई आदेश दिए.

सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के मुताबिक आनंद विहार में एक्यूआई 375, जहांगीरपुरी में एक्यूआई 399, लोधी रोड में एक्यूआई 315, न्यू मोती बाग में एक्यूआई 374 रिकॉर्ड किया गया है

बढ़ते पॉल्यूशन को लेकर सरकार अभी तक सभी संभव प्रयास कर चुकी है. जिसमें एक महीने पहले विंटर वेकेशन का ऐलान करना, पराली जलाने पर रोक और गाड़ियों के मामले में आॉर्ड ईवन का नियम समेत तमाम उपाये शामिल है.