Rajasthan: CM अशोक गहलोत बोले- प्रधानमंत्री मोदी की कथनी व करनी में बहुत अंतर है

जयपुर: राजस्‍थान के मुख्‍यमंत्री अशोक गहलोत ने न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) का कानून नहीं बनने के लिए शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि उनकी कथनी व करनी में बहुत अंतर है. साथ ही गहलोत ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने सब कुछ दिया है और उन्‍हें क‍िसी पद की भूख नहीं है. हनुमानगढ़ के रावतसर कस्बे में महंगाई राहत शिविर के अवलोकन के बाद गहलोत ने लोगों को संबोधित कर रहे थे. एमएसपी कानून को लेकर प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘मुझे दुख इस बात का है कि मोदी जी की कथनी व करनी में बहुत अंतर है. मोदी जी कहते कुछ हैं, वह काम होता नहीं है, हमें शिकायत है उनसे.’’

गहलोत ने कहा कि जब वह (मोदी) मुख्‍यमंत्री थे मेरी तरह. हम दोनों साथ साथ मुख्‍यमंत्री थे तब वह कहते थे क‍ि न्‍यूनतम समर्थन मूल्‍य (एमएसपी) का कानून बनना चाहिए देश में. कानून बनना चाहिए (तत्कालीन) संप्रग सरकार को कहते थे. अब हम उनसे पूछते हैं क‍ि जो मांग आप करते थे, आप प्रधानमंत्री बन गए देश के दो बार, आपकी खुद की मांग थी क‍ि एमएसपी का कानून बनना चाहिए क‍िसान हित में, उनकी आय दोगुनी होनी चाहिए. उसपे आपका ध्‍यान क्‍यों नहीं जा रहा है? ये मैं पूछना चाहता हूं आपसे. कानून क्‍यों नहीं बन रहा है? गहलोत ने कहा क‍ि उन्‍होंने देश में जातिवार जनगणना के लिए प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखा है ताक‍ि देश में हर जाति को न्याय मिले. राज्‍य में भाजपा की जन आक्रोश रैलियों पर कटाक्ष करते हुए गहलोत ने कहा, ‘‘भाजपा वाले घबरा गए हैं इस बार, जन आक्रोश रैलियां निकाल रहे हैं (‍ज‍िनमें) कुर्सी खाली पड़ी रहती हैं, न जन आता है न आक्रोश वहां दिखता है. जनता तो महंगाई राहत कैंपों में आकर खुश है. गहलोत ने कहा कि मैं पूछना चाहता हूं भाजपा नेताओं से क‍ि ये तो बताओ क‍ि आक्रोश मेरी सरकार से क‍िन-क‍िन बातों का है. मैं कोई मोदी जी की तरह नहीं हूं. आप अगर मुझे सच्‍ची बात बताओगे अगर मुझमें या मेरी सरकार में कोई कमी है तो मैं उसे दूर कर लूंगा. 

गहलोत ने कहा कि ये लोकतंत्र है. ये मोदी जी वाला लोकतंत्र नहीं है (क‍ि) आलोचना करने वाला जेल जाओ. मोदी जी के राज में आलोचना करने वाला देशद्रोही है. आलोचना करो तो जेल जाओ. ये लोकतंत्र की हत्या कर रहे हैं देश में. इनका विश्वास नहीं है लोकतंत्र में. अब अगर हिंदुस्तान की जनता नहीं समझी, प्रदेश के लोग नहीं समझे तो पता नहीं देश का क्‍या होगा आने वाली पीढियां हमें माफ नहीं करेंगी यह मैं आपको अनुभव से कह सकता हूं. गहलोत ने कहा क‍ि वह 50 साल से राजनीति में हैं और उन्‍हें क‍िसी पद की भूख नहीं. उन्‍होंने राजस्‍थान का तीसरी बार मुख्‍यमंत्री होने के साथ-साथ केन्द्र में विभिन्न पदों पर काम करने का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘मैं 50 साल से राजनीति में हूं. मुझे जिंदगी में सबकुछ दिया है कांग्रेस ने. सोनिया गांधी ने विश्‍वास किया. मैं तीन बार मुख्‍यमंत्री बना ... (तत्कालीन प्रधानमंत्री) इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, नरसिंहराव के साथ केन्द्र में काम किया ... मुझे कोई पद की भूख नहीं है मैं चाहता हूं क‍ि जब तक मुझमें सांस है मैं आपकी सेवा करूं. यही मेरा संकल्‍प है. सोर्स- भाषा