नागौर: मकराना शहर के माताभर रोड़ धोबी गली मोहल्ले के मनचले लड़कों से परेशान एक 17 वर्षीय युवती ने गुरुवार को फांसी लगा ली. जिसके बाद परिजन उसे लेकर सरकारी हॉस्पिटल पंहुचे, जहां चिकित्सकों ने 20 मिनट से अधिक समय तक सीपीआर देकर उसे बचाने की कोशिश की, परंतु उसे बचाया नहीं जा सका.
सूचना मिलने पर पुलिस भी हॉस्पिटल पहुचं गई और युवती के परिजनों के बयान लिए. युवती के पिता सगीर अहमद गैसावत पुत्र अब्दुल्ला गैसावत ने बताया कि गली में रहने वाले सलमान पुत्र कालू भिश्ती, महराज, गफार, फयाज सहित जन्नत वगैरह उन्हें रोजाना परेशान करते रहते हैं. आरोपी उसकी बच्चियों को घर से बाहर नहीं जाने देते, बाहर जाने पर पीछा करते हैं, पकड़ने की कोशिश करते हैं. उन्होंने बताया कि आरोपियों ने रात के समय पीछे से दीवार के सहारे उसके घर में घुस जाते हैं.
कई बार आरोपी बच्चों के साथ मोबाईल फोन भेजकर बच्ची को बात करने को कहते हैं. आरोपी उसकी पुत्री सानिया (17) पर गलत काम करने का दबाव बना रहे थे. जिसके चलते उसने गुरुवार को करीब 11 बजे कमरे में फंसे से रुप्पटे का फंदा बनाकर फांसी लगा ली. कमरे में जाने पर उसकी मां ने देखा तो चाकू से दुपट्टा काटकर उसे नीचे उतारा. जिसके बाद परिजन उसे लगनशाह हॉस्पिटल ले गए. जहां चिकित्सकों ने उसे सरकारी हॉस्पिटल रेफर कर दिया.
जहां डॉ. प्रदीप शर्मा, शाहनवाज हुसैन, जावेद आलम सहित अन्य ने 20 मिनट से अधिक समय तक सीपीआर देकर उसे बचाने की कोशिश की, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका. जिसके बाद उसे मृत घोषित कर दिया गया. सूचना मिलने पर मकराना थाना के एएसआई मुमताज खां मय जाप्ता के हॉस्पिटल पंहुचे. युवती के पिता ने पुलिस को नामजद आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दी. वहीं आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने तक पोस्टमार्टम नहीं करवाने की मांग पर अड़े रहे.