नई दिल्ली: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आम बजट पेश कर रही है. मौजूदा वित्त वर्ष में जीडीपी दर 7 फीसदी के आसपास रहने का अनुमान है. सरकार का खास जोर है कि रोजगार के अवसर बढ़ाए जा सकें. भारत की ओर से G20 की अध्यक्षता बड़ा अवसर है और ये भारत की ताकत को दिखाता है.
देश में कोई भूखा ना सोए इसकी पूरी कोशिश है:
निर्मला सीतारमण ने कहा कि देश में कोई भूखा ना सोए इसकी पूरी कोशिश है. अबकी बार के बजट में 7 प्राथमिकताएं है. एग्रीकल्चर एक्सीलेटर फंड से एग्री स्टार्टअप बढ़ेंगे. इससे किसानों को मदद मिलेगी, उत्पादकता बढ़ेगी. आपको बता दें कि मोदी सरकार 2.0 का आखिरी पूर्ण बजट वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पेश कर रहीं है.
कोरोना के दौरान 80 करोड़ लोगों को मुफ्त अनाज मिला:
कोरोना के दौरान 80 करोड़ लोगों को मुफ्त अनाज मिला. गरीबों को खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित की गई. केंद्र सरकार ने पूरे खर्च का वहन किया. वैश्विक मंदी के बावजूद 7 फीसदी की विकास दर, कोरोबार,निवेश के लिए देश अनुकूल माहौल है. ग्लोबल एजेंसियों ने भारत की इकॉनमी का लोहा माना. प्रति व्यक्ति आय दोगुनी से भी ज्यादा हुई. प्रति व्यक्ति आय 1.97 लाख रुपए हुई. सरकारी योजनाओं का लाभ आमजन तक पहुंच रहा.
सुनहरे भविष्य की ओर अग्रसर :
उन्होंने कहा कि यह अमृतकाल का पहला बजट है. वित्त मंत्री ने कहा कि दुनिया ने भारतीय अर्थव्यवस्था को चमकता हुआ सितारा माना है. दुनिया में भारत का कद बढ़ा है. भारतीय अर्थव्यवस्था सही दिशा में चल रही है और सुनहरे भविष्य की ओर अग्रसर है. उन्होंने कहा कि हमने कोरोना काल में यह सुनिश्चित किया कि कोई भी भूखा न सोए. सरकार ने 2 लाख करोड़ रुपए खर्च करके हर व्यक्ति को खाद्यान सुनिश्चित किया. 28 महीने तक 80 करोड़ लोगों को फ्री राशन की व्यवस्था की गई.