25-07-18 09:46:00
इस अवसर पर बस्तर के आदिवासी किसान बोसाराम अटामी ने परम्परागत पेयजल पात्र ‘तुम्बा’ और किसान लुदरूराम नाग ने अपने खेत में जैविक पद्धति से उत्पादित चावल की थैली भेंट की।
रामनाथ कोविन्द ने बताया कि राष्ट्रपति के रूप में एक वर्ष का कार्यकाल पूर्ण होने के अवसर पर बस्तर आकर और वनवासियों के बीच रहकर मुझे यहां बेहद प्रसन्नता हो रही है।
वे सभी एक ही परिसर में, खेती, बागवानी, पशुपालन, मुर्गी-पालन, शहद उत्पादन, जैविक खेती और राइस-मिल चलाने का अच्छा काम कर रहे हैं।
यहाँ पर उन्होंने किसानों की एकीकृत खेती-प्रणाली को देखा और समझा।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द ने आज दन्तेवाड़ा जिले के ग्राम हीरानार में महिला स्व-सहायता समूहों और किसान भाई-बहनों से मिले।