नोटिस को लेकर बोले धर्मेंद्र राठौड़- हमारी भावना आलाकमान के साथ, गद्दारी करने वाले लोग करना चाहते हैं हुड़दंग से शासन

जयपुर: RTDC चेयरमैन धर्मेंद्र राठौड़ (Dharmendra Rathod) ने नोटिस को लेकर फर्स्ट इंडिया से खास बातचीत में कहा कि हमारी भावना आलाकमान के साथ है. ये वीरों की भूमि की है, वफादारों की भूमि है. विधायकों की आशंका को दूर करना चाहिए था. ये षडयंत्र इतना गहरा था, इस षडयंत्र की जांच होनी चाहिए. हम कांग्रेस के सच्चे सिपाही हैं. 

इसके साथ ही राठौड़ ने कहा कि अजय माकन को सब कुछ मालूम था. उनको इसे बेहतर तरीके से हैंडल करना चाहिए था. गद्दारी करने वाले लोग हुड़दंग से शासन करना चाहते हैं. गहलोत साहब से बीजेपी और मोदी को खतरा महसूस हो रहा है. 

आपको बता दें कि कांग्रेस की राजस्थान इकाई में उत्पन्न राजनीतिक संकट के बीच पार्टी पर्यवेक्षकों ने मंगलवार को ‘घोर अनुशासनहीनता के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के करीबी तीन नेताओं के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की अनुशंसा की और इसके कुछ देर बाद ही पार्टी की अनुशासनात्मक कार्रवाई समिति की ओर से इन्हें ‘कारण बताओ नोटिस’ जारी कर दिये गये. राजस्थान सरकार कैबिनेट मंत्री शांति धारीवाल एवं महेश जोशी तथा राजस्थान पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष धर्मेंद्र राठौड़ को नोटिस जारी कर 10 दिनों के भीतर यह बताने को कहा गया है कि उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों न की जाए.

तीनों नेताओं पर ‘घोर अनुशासनहीनता’ का आरोप: 
ये नोटिस तब भेजे गए, जब पार्टी पर्यवेक्षकों मल्लिकार्जुन खड़गे और अजय माकन ने तीनों नेताओं पर ‘घोर अनुशासनहीनता’ का आरोप लगाते हुए पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी को अपनी लिखित रिपोर्ट सौंपी और अनुशासनात्मक कार्रवाई की अनुशंसा भी की. अनुशासनात्मक समिति के सचिव तारिक अनवर द्वारा जारी नोटिस में कहा गया है कि प्रथम दृष्टया आरोप घोर अनुशासनहीनता के हैं. ऐसे में यह ‘कारण बताओ नोटिस’ जारी करते हुए आपको 10 दिन में यह बताने का निर्देश दिया जाता है कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के संविधान के प्रावधानों के अनुसार क्यों न आपके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए.