Jaipur News: आबादी के बीच 'बम के गोदाम', जयपुर समेत प्रदेशभर में खतरा बने ! सुरक्षा के मापदंडों की खुलेआम उड़ाई जा रही धज्जियां

जयपुर: जोधपुर के एलपीजी सिलेण्डर हादसे ने पूरे सिस्टम को भले ही चिंता में डाल दिया हो, लेकिन राजधानी जयपुर समेत प्रदेशभर में अभी भी लापरवाही का आलम जारी है. पूरे घटनाक्रम के बाद फर्स्ट इंडिया ने राजधानी जयपुर समेत प्रदेशभर में गैस एजेंसी गोदाम का ग्राउड जीरो से रियलिटी चैक किया तो सुरक्षा के मापदण्डों की खुलेआम धज्जियां उड़ती दिखाई दी.

राजधानी में गलता गेट के पास संचालित हो रहे कविता एंटरप्राइजेज, मणि गैस एजेंसी और खण्डेलवाल गैस एजेंसी के गोदाम के बाहर तो हालात ये थे कि पूरा कामकाज "एलपीजी ऑन व्हील" पर चल रहा है. सघन आबादी के बीच मुख्य सड़क पर बड़े-बड़े ट्रक खड़े करके एलपीजी सिलेण्डरों की लोडिंग-अनलोडिंग का काम जारी है. आइए आपको बताते है कि ग्राउड जीरों पर कैसे सुरक्षा मापदण्डों की धज्जियां उड़ाए रहे है एजेंसी संचालक और जिम्मेदारों की तरफ से कार्रवाई नहीं होने के चलते आमजन कितने है परेशान...

आबादी के बीच 'बम के गोदाम' !
राजधानी जयपुर में एक दर्जन से अधिक ऐसे गैस गोदाम जिनके आसपास करीब 50 हजार से अधिक की आबादी है. कांकरिया गैस, जयपुर गैस, ओम गैस, पूरण गैस, मणि एंटरप्राइजेज, कविता गैस, खंडेलवाल गैस, पार्वती गैस, असलदुर्ग गैस, राजेंद्र गैस, शशि गैस,आनंद गैस,आशीष गैस, क्रय-विक्रय गैस गोदाम के आसपास करीब 200 से अधिक कॉलोनियां है. चिंता की बात यह कि इन गोदामों के 'ओएंडएम' लेकर लापरवाही बरती जा रही है. गोदामों में बगैर जरूरत के 5-5 किलो के हजारों सिलेंडर रखें है. ऐसे में घरेलू सिलेंडरों का जखीरा गोदामों के बाहर और डम्पिंग प्वाइंट पर नजर आ रहा है. 

जिला प्रशासन खुद इन गोदामों को सुरक्षा के लिहाज से बड़ा खतरा मान रहा: 
जिला प्रशासन खुद इन गोदामों को सुरक्षा के लिहाज से बड़ा खतरा मान रहा है. लेकिन न तो इन गोदामों की शिफ्टिंग पर न कोई सख्ती और न ही कोई प्लानिंग की है. केंद्रीय एजेंसी पेट्रोलियम तथा विस्फोटक सुरक्षा संगठन भी आंख मूद कर NOC जारी कर रहा है. हालांकि, इस पूरे मामले में खाद्य मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास काफी संवेदनशील है. फर्स्ट इंडिया से खास बातचीत में खाचरियावास ने कहा कि ये काफी गंभीर मुद्दा है. एजेंसी संचालक व तेल कम्पनियों के अधिकारियों को बुलाकर पाबंध करेंगे. यदि किसी भी गोदाम के बाहर अवैध कामकाज मिला तो सख्त कार्रवाई होगी.