जयपुर: राजस्थान और हरियाणा सरकार के बीच यमुना जल समझौते के बाद WRD राजस्थान की टीम ने ताजेवाला (हथिनी कुंड बैराज) का सर्वे किया. राजस्थान की टीम ने हरियाणा की टीम के साथ बैराज के अलावा अन्य कई प्वाइंट देखें जहां से राजस्थान के लिए पानी लिफ्ट करने की संभावना तलाशी जा सके. राजस्थान की टीम ने बेस्ट यमुना कैनाल के पास इंटेक वेल बनाने की संभावना तलाशी और कहा कि यहीं से तीन लाइनों के माध्यम से राजस्थान के शेखावाटी में पेयजल पहुंचाया जाएगा. WRD राजस्थान की टीम ने दो दिन के सर्वे के दौरान हरियाणा के अधिकारियों के साथ कई तकनीकी मुद्दों पर भी चर्चा की, जिन्हें राजस्थान की डीपीआर में समाहित किया जाएगा. राजस्थान के अधिकारियों का कहना है कि आचार संहिता के बाद डीपीआर के कार्यदेश जारी किए जाएंगे.
WRD राजस्थान की टीम ने हथिनी कुंड का किया सर्वे
वेस्ट यमुना कैनाल के पास बनेगा इंटेक वेल
इंटेक वेल के लिए आवश्यक तकनीकी बिंदुओं पर हरियाणा की टीम के साथ किया गया विचार विमर्श
इंटेक वेल तैयार करने के साथ ही राजस्थान की तरफ निकल जाएगी तीन पाइप लाइन
हथिनी कुंड पर पिछले 10 साल के स्टोरेज को लेकर के किया गया विचार विमर्श
राजस्थान को फ्लड के दौरान जुलाई से अक्टूबर माह के बीच दिया जाएगा पानी
WRD के अधिकारियों ने कहा आचार संहिता के बाद दिया जाएगा DPR का वर्क आर्डर
राजस्थान के शेखावाटी इलाके में तीन दशक पुराना इंतजार पूरा करने की दिशा में तेजी से काम किया जा रहा है. शेखावाटी को हरियाणा के ताजेवाला हेड-वर्क्स से यमुना का पानी पानी देने से पहले डीपीआर तैयार करने के लिए राजस्थान की टीम ने ताजेवाला का दौरा कर हथिनी कुंड का सर्वे किया है.
चार माह के भीतर डीपीआर तैयार करनी होगी और उसके बाद राजस्थान पेयजल लाइनें डालने का काम शुरू कर सकेगा. राजस्थान को उसके हिस्सा का 577 एमसीएम पानी मिल सकता है. बता दे की राजस्थान को ताजेवाला से जुलाई से अक्टूबर के मध्य फ्लड का पानी दिया जाएगा जो इंटेक वेल से पंप होकर लाइनों के माध्यम से चूरू के हास्यवास रिजर्व वायर में जाएगा.
राजस्थान WRD की टीम आगामी दिनों में यह कार्य करेगी
राजस्थान में गठित ट्रांसपोर्ट के विभिन्न अधिकारियों के मध्य कार्य का विभाजन किया जाएगा
साइट सर्वे के बाद टोपोग्राफी, मिट्टी की गुणवत्ता और अन्य जल स्रोत आदि का परीक्षण किया जाएगा
तकनीकी, वित्तीय व पर्यावरणीय संबंधी बिंदुओं की समीक्षा की जाएगी
इंटेक या वेस्टर्न यमुना कैनाल से पानी लेने का तुलनात्मक अध्ययन किया जाएगा
केंद्रीय जल आयोग से चर्चा कर अनुमानित लागत राशि पर बातचीत होगी
पानी की उपलब्धता के लिए हरियाणा से नदी प्रवाह एवं अन्य संबंधित आंकड़े प्राप्त किए जाएंगे
उपलब्ध आंकड़ों के आधार पर जल उपलब्धता का विश्लेषण किया जाएगा
बजट की आवश्यकता और वित्तीय संसाधनों का आकलन होगा
इन सब कामों के बाद संयुक्त डीपीआर तैयार हो सकेगी
राजस्थान WRD टीम ने हरियाणा में ताजेवाला का प्रांभिक सर्वे पूरा कर लिया है. सर्वे रिपोर्ट उच्च स्तर पर सौंपी जाएगी उसके बाद आगे की कार्य योजना तैयार हो सकेगी. अधिकारियों की माने तो आचार संहिता के बाद 2 से 3 माह की भीतर संयुक्त डीपीआर तैयार होगी. डीपीआर तैयार होने के बाद युद्ध स्तर पर काम किया जाएगा.