Rajasthan Political Crisis: मंत्री शांति धारीवाल का बड़ा बयान, कहा-CM गहलोत को हटाने का बड़ा षड्यंत्र था, इसमें कांग्रेस के जनरल सेक्रेटरी शामिल थे

जयपुरः राजस्थान के सियासी घटनाक्रम पर ताजा अपडेट सामने आया हैं. राजस्थान सरकार के मंत्री शांति धारीवाल का बड़ा बयान देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री गहलोत को हटाने का बड़ा षड्यंत्र था, इसमें कांग्रेस के जनरल सेक्रेटरी शामिल थे. आपको बता दें कि मंत्री शांति धारीवाल के आवास पर प्रेस कॉन्फ्रेंस चल रही है. धारीवाल ने कहा कि  2020 में राजस्थान में कांग्रेस की सरकार पर संकट आया था.

हम 34 दिन होटल्स में तक रहे. लेकिन कुछ लोग सरकार गिराने में जुटे हुए थे. धारीवाल ने कहा कि बिना शर्त सरेंडर करके विधानसभा में सरकार का साथ जरूर दिया. गहलोत सरकार को अल्पमत में बताया गया था. धारीवाल ने अजय माकन पर निशाना साधते हुए कहा कि दिल्ली से पायलट को सीएम बनाने का एजेंडा लेकर आए थे. इसलिए नाराज विधायक एकत्रित होकर मेरे घर पहुंचे थे.

गद्दारी करने वालों को पुरस्कार स्वीकार नहीं हैं, जिन्होंने सरकार गिराने की कोशिश की उन्हें सीएम बनाने कोशिश की.  ज्वलंत घटनाक्रम को लेकर शांति धारीवाल ने कहा कि बगावत करने वाले को सीएम बनाने के लिए कांग्रेस संगठन महासचिव आ गए. प्रभारी महासचिव के खिलाफ मेरा चार्ज है. वो लगातार सचिन पायलट के लिए विधायकों को कहते थे. हमारे पास इसके सबूत है उनके पक्षपात को लेकर. मैं कांग्रेस का वफादार सिपाही हूं.

मैं अनुशासित कार्यकर्ता रहा हूं. धारीवाल ने कहा कि गद्दारी करने वालों को पुरस्कार दिया जाए बर्दाश्त नहीं होगा. शांति धारीवाल ने प्रेस वार्ता में कहा कि 2020 में राजस्थान कांग्रेस सरकार पर संकट आया था. तब सोनिया गांधी ने निर्देश दिए थे, हर हालत में कांग्रेस सरकार को बचाना है. हम 34 दिनों तक लगातार होटल में रहे. जो सरकार गिराना चाहते थे. पीसीसी चीफ और उप मुख्यमंत्री होते हुए बगावत की.