काशी विश्वनाथ और उज्जैन के महाकाल की तर्ज पर गोविंद देवजी मंदिर में बनेगा भव्य कॉरिडोर- अशोक गहलोत

जयपुर: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रविवार को जयपुर शहर का दौरा करके विभिन्न निर्माणाधीन परियोजनाओं का निरीक्षण किया. मुख्यमंत्री ने शहर के गोविंद देवजी मंदिर में पूजा-अर्चना की और भक्तों से बातचीत की. उन्होंने अधिकारियों को अच्छी गुणवत्ता सुनिश्चित करने के साथ ही समय पर कार्य पूरा करने के निर्देश दिये. गहलोत ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि काशी विश्वनाथ और उज्जैन के महाकाल की तर्ज पर यहां भी 100 करोड़ रुपये की लागत से भव्य कॉरिडोर व अन्य विकास कार्य किये जाएंगे और श्रद्धालुओं को सुविधाएं मिलेंगी. इसकी डीपीआर बन रही है और कार्य शीघ्र शुरू होंगे.

गहलोत ने पुरानी विधानसभा (सवाई मानसिंह टाउन हॉल) में विश्वस्तरीय राजस्थान धरोहर संग्रहालय, श्री गोविंद देवजी मंदिर, सवाई मानसिंह चिकित्सालय में आईपीडी टॉवर, ‘महात्मा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ गवर्नेंस एंड सोशल साइंसेस’ तथा गांधी दर्शन संग्रहालय पहुंचकर अधिकारियों को समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण कार्यों के निर्देश दिए. गहलोत ने कहा कि संग्रहालय का कार्य ऐतिहासिक होगा और ऐसे कार्यों से पर्यटन को बढ़ावा मिलता है, रोजगार बढ़ते हैं तथा राज्य की देश-दुनिया में अच्छी छवि बनती है. राज्य सरकार ने पर्यटन को उद्योग का दर्जा दिया है, जिससे पर्यटन क्षेत्र को बढावा मिलेगा. मुख्यमंत्री ने सवाई मानसिंह चिकित्सालय में निर्माणाधीन 24 मंजिला आईपीडी टॉवर के कार्यों का अवलोकन किया. राजस्थान की स्वास्थ्य सेवाओं में यह टॉवर महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा. 

इसका कार्य अक्टूबर-नवंबर माह तक पूर्ण कर लिया जाएगा. मुख्यमंत्री ने जवाहर लाल नेहरू मार्ग स्थित निर्माणाधीन ‘महात्मा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ गवर्नेंस एंड सोशल साइंसेज’ का निरीक्षण किया. गहलोत ने सेंट्रल पार्क में निर्माणाधीन गांधी दर्शन संग्रहालय का भी दौरा किया. करीब 82 करोड़ रुपये की लागत वाली इस परियोजना का काम 15 अगस्त 2023 तक पूरा होने की उम्मीद है. उन्होंने कहा कि यहां देश-विदेश से लोग आएंगे और महात्मा गांधी के मूल्यों से परिचित होंगे. उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी के सिद्धांत पूरी दुनिया के लिए विशेष महत्व रखते हैं. सोर्स- भाषा