जयपुर: पंचांग का हिंदू धर्म में शुभ व अशुभ देखने के लिए विशेष महत्व होता है. पंचाग के माध्यम से समय एवं काल की सटीक गणना की जाती है. यहां हम दैनिक पंचांग में आपको शुभ मुहूर्त, शुभ तिथि, नक्षत्र, व्रतोत्सव, राहुकाल, दिशाशूल और आज शुभ चौघड़िये आदि की जानकारी देते हैं.
शुभ मास- मार्गशीर्ष मास शुक्ल पक्ष
शुभ तिथि एकादशी नन्दा संज्ञक तिथि अंत रात्रि 5 बजकर 35 मिनट तक तत्पश्चात द्वादशी तिथि रहेगी. एकादशी तिथि में विवाह आदि मांगलिक, यज्ञोपवीत, गृह आरम्भ, प्रवेश, देव कार्य आदि कार्य शुभ व सिद्ध होते हैं.
शुभ नक्षत्र रेवती नक्षत्र अगले दिन सूर्योदय पूर्व प्रातः 6 बजकर 16 मिनट तक रहेगा. रेवती नक्षत्र में स्थिर कार्य, वास्तु, शांति कर्म, विवाह इत्यादि मांगलिक कार्य विशेष रूप से सिद्ध होते हैं. रेवती नक्षत्र में जन्म लेने वाला जातक धनी, साहसी, प्रसिद्ध, सुन्दर, धनवान, बुद्धिमान होता है.
चन्द्रमा- सम्पूर्ण दिन मीन राशि में संचार करेगा
व्रत उपवास- मोक्षदा एकादशी व्रत स्मार्तो का, पंचक
राहुकाल- प्रातः 9 बजे से 10.30 बजे तक
दिशाशूल- शनिवार को पूर्व दिशा मे दिशाशूल रहता है. यात्रा को सफल बनाने लिए घर से अदरक या उरद दाल खा कर निकले.
आज के शुभ चौघड़िये- प्रातः 8.22 मिनट से प्रातः 9.40 मिनट तक शुभ, दोपहर 12.16 मिनट से सायं 4.11 तक चर, लाभ, और अमृत का चौघड़िया.