Dungarpur News: सरकारी जमीन पर समुदाय विशेष के लोगों के अतिक्रमण को लेकर प्रदर्शन, लापरवाही के आरोप लगा फिर दिया अल्टीमेटम

डूंगरपुर: जिले के आसपुर कस्बे में तनाव बना हुआ है. सैकड़ों लोगों ने आसपुर थाने का घेराव किया और समुदाय विशेष की ओर से सरकारी जमीन पर कथित रूप से कब्जा कर बनाए गए स्थानों को हटाने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया. दरअसल, समाज विशेष के एक युवक ने 22 जून को उसके इंस्टाग्राम अकाउंट पर गंभीर और आपत्तिजनक पोस्ट हिंदू देवी देवताओं को लेकर की थी. 

इसके बाद पुलिस ने मामले में स्वयं ही एफआईआर दर्ज करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया था जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया था. बाद में आरोपी को जमानत मिल गई थी. आरोपी की पोस्ट के वायरल होने के बाद सर्व समाजों ने इसका विरोध किया था और प्रशासन से मांग रखी थी कि सोम कमला आंबा बांध की सरकारी कॉलोनी सहित खेड़ा गांव में समुदाय विशेष के लोगों ने अवैध रूप से सरकारी जमीनों पर कब्जे कर किए गए अतिक्रमण प्रशासन हटवाए अन्यथा जनता खुद हटा देगी. 

प्रशासन को दिए गए अल्टीमेटम की अवधि पूरी होने पर आज सर्व समाज के लोग सैकड़ों की संख्या में खेल मैदान में जमा हुए. संभावित तनाव को देखते हुए पूरे गांव को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया था. एसडीएम रामनिवास मीना और एएसपी निरंजन चारण ने  मोर्चा संभाला. दोपहर करीब साढ़े 11 बजे लोगों की संख्या सैकड़ों में पहुंच गई जिससे प्रशासन सकते में आ गया. लोगों ने खेल मैदान से आसपुर पुलिस थाने तक रैली निकाली और राज्य सरकार सहित पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की. तनाव को देखते हुए पुलिस बल को गांव की मस्जिद के अलावा दोनों ही अतिक्रमण स्थलों को सुरक्षा के लिए तैनात कर दिया गया. 

भीड़ नियंत्रण की तैयारी के साथ अतिरिक्त पुलिस बल मौके पर पहुंच गया:
सर्व समाज के लोगों ने थाने में पहुंचकर सवाल किया कि आखिर इतने दिनों का समय दिए जाने के बाद भी अतिक्रमण क्यूं नहीं हटाए गए. ऐसे में प्रशासन ने कुछ दिन का समय मांगा जिस पर लोग अक्रोशित हो गए और चेतवानी दी कि प्रशासन अतिक्रमण नही हटा पा रहा तो हम खुद ही हटा देंगे और प्रशासन के खिलाफ आक्रोश जताया. करीब आधा घंटे चली वार्ता बेनतीजा रही तो सभी एक बार फिर रैली के रूप में सोम कमला कॉलोनी की और रवाना हुए तो पुलिस हरकत में आ गई. भीड़ नियंत्रण की तैयारी के साथ अतिरिक्त पुलिस बल मौके पर पहुंच गया. इधर भीड़ के कॉलोनी पहुंचने पर प्रशासन ने फिर से समझाइश की तो लोगों ने प्रशासन को राहत देते हुए 15 दिन का समय दिया जिसके बाद माहौल शांत हो सका. हालांकि मामले की संवेदनशीलता के चलते पूरे कस्बे में चप्पे-चप्पे पर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात है.