राजस्थान में लोकसभा चुनाव समाप्त, कांग्रेस के कई प्रत्याशियों ने भीतरघात और गुटबाजी को बढ़ावा देने के लगाए आरोप

जयपुरः राजस्थान में 25 लोकसभा सीटों की जंग के लिए मतदान हो चुका है. लेकिन गुटबाजी और अंतर्कलह से जूझ रही कांग्रेस की मुश्किलें अभी भी थमने का नाम नहीं ले रही है. कांग्रेस प्रत्याशियों ने कई पार्टी नेताओं की चुनाव में भीतरघात करने और गुटबाजी में शामिल होने की शिकायतें की है. करीब एक दर्जन शिकायतें प्रदेश नेतृत्व तक पहुंची है. 

भले ही चुनावी शोर थम चुका हो,लेकिन कांग्रेस पार्टी में गुटबाजी और अंतर्कलह रुकने का नाम नहीं ले रही है. चुनाव खत्म होने के बाद प्रत्याशियों ने स्थानीय नेताओं की जमकर शिकायतें की हैं. अभी तक करीब एक दर्जन शिकायतें प्रदेश नेतृत्व तक पहुंची है. जिनमें प्रत्याशियों ने साफ आरोप लगाए हैं कि उन्होंने हमारे खिलाफ काम किया और गुटबाजी को बढ़ावा दिया. जिससे पार्टी को नुकसान पहुंचा है. लिहाजा उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए. आइए आपको ग्राफिक्स के जरिए बताते हैं किन-किन प्रत्याशियों ने शिकायतें की है.

 कोटा से प्रत्याशी प्रह्लाद गुंजल 
 अजमेर से प्रत्याशी रामचंद्र चौधरी 
 श्रीगंगानगर-हनुमानगढ़ से प्रत्याशी कुलदीप इंदौरा चूरू से प्रत्याशी राहुल कस्वां 
 अलवर से प्रत्याशी ललित यादव 
 करौली-धौलपुर से प्रत्याशी भजनलाल जाटव 
 जयपुर से प्रत्याशी प्रताप सिंह खाचरियावास ने की शिकायत 
 इसके अलावा इंडिया गठबंधन प्रत्याशी हनुमान बेनीवाल और राजकुमार रोत भी शिकायतें की है. 

वहीं दूसरे चरण की सीटों पर मतदान खत्म होते ही दो नेताओं पर तुरंत कांग्रेस ने अनुसाशन का डंडा चलाया गया. पार्टी ने बाड़मेर उम्मीदवार उमेदाराम बेनीवाल की शिकायत पर पूर्व विधायक अमीन खान और जालौर प्रत्याशी वैभव गहलोत की शिकायत पर बालेंदु शेखावत को 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया गया. वहीं बांसवाड़ा से इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी राजकुमार की शिकायत पर विधायक गणेश घोघरा को कारण बताओं नोटिस भी जारी किया गया है. इससे पहले बांसवाड़ा से नामांकन वापस नहीं लेने पर अरविंद डामोर और बागीदौरा विधानसभा उपचुनाव से नाम वापस नहीं लेने पर कपूर सिंह के खिलाफ भी एक्शन लिया गया था. लेकिन फिर भी कई सीटों पर कांग्रेस नेता भीतरघात करने और गुटबाजी करने से बाज नहीं आए.

प्रदेश कांग्रेस नेतृत्व का कहना है कि जो शिकायतें उम्मीदवारों की तरफ से आई है,उनकी अनुशासनहीनता मामलों को लेकर बनी कमेटी से पहले जांच करवाई जाएगी. जांच में दोषी पाए जाने पर उनके खिलाफ जरूर एक्शन लिया जाएगा. अब देखते हैं आने वाले वक्त में कितने नेताओं पर क्या एक्शन लिया जाता है. 

फर्स्ट इंडिया न्यूज़ के लिए जयपुर से दिनेश डांगी की रिपोर्ट