VIDEO: हेलीकॉप्टर की उड़ान की अनुमति मामला, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दी गृह मंत्रालय की पोस्ट पर प्रतिक्रिया

जयपुर: हेलीकॉप्टर की उड़ान की अनुमति मामले को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गृह मंत्रालय की पोस्ट पर प्रतिक्रिया दी. मुख्यमंत्री गहलोत ने पोस्ट में कहा कि कल मेरा उदयपुर से जयपुर प्लेन से एवं जयपुर से सीकर एवं सीकर से निवाई हेलिकॉप्टर से जाने का कार्यक्रम था. इसके लिए हेलिकॉप्टर को एडवांस में उदयपुर से जयपुर पहुंचना था. परन्तु ऐसा बताया कि जी-20 के प्रोटोकॉल कारण हेलिकॉप्टर या प्लेन तभी यात्रा कर सकते हैं. जब CM स्वयं उसमें सवार हो.

हेलिकॉप्टर की उड़ान की अनुमति 10.48 AM पर ई-मेल कर मांगी गई. परन्तु 2:50 PM तक अनुमति नहीं मिली. वहां इंतजार कर रही जनता को जानकारी देने के लिए 2:52 PM पर ट्वीट कर ना आ पाने का कारण बताया. सांगलिया पीठ में श्री ओम दास महाराज को भी फोन कर जानकारी दी. इसके बाद 3:58 PM पर अनुमति आई परन्तु तब तक मैं उदयपुर से जयपुर के लिए प्लेन से निकल चुका था. जयपुर पहुंचकर सड़क मार्ग से निवाई गया. जी-20 के नाम पर मुझे कोई विवाद पैदा नहीं करना था. इसलिए इसकी कोई निंदा नहीं की एवं केवल जनता को तथ्यों की जानकारी दी थी. परन्तु मुझे अब दुख है कि गृह मंत्रालय ने गलत तथ्यों की जानकारी देकर जनता में भ्रम फैलाने का असफल प्रयास किया है.

इससे पहले गृह मंत्रालय ने POST करते हुए कहा कि एक समाचार रिपोर्ट में दावा  किया गया है  राजस्थान CM के हैलीकॉप्टर को गृह मंत्रालय द्वारा उड़ान के लिए मंजूरी देने से इनकार का दावा. सीकर सहित उड़ान अनुमति के लिए 4 अनुरोध प्राप्त हुए थे और सभी को MHA द्वारा अनुमोदित किया गया था. सीएम,राजस्थान के किसी भी अनुरोध को अस्वीकार नहीं किया गया है. जबकि वाणिज्यिक विमानों की सभी निर्धारित उड़ानों और राज्यपालों और राज्य के मुख्यमंत्रियों को अपने राज्य के विमानों पर आवाजाही की अनुमति है. निजी चार्टर्ड उड़ानों को विशिष्ट MHA अनुमोदन की आवश्यकता होती है.