Jodhpur News: आज से शिव आस्था और भक्ति का पवित्र श्रावण मास शुरू, पौराणिक रामेश्वरम मंदिर में श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़

जोधपुर: सावन के महीने की शुरुआत के साथ सूर्य नगरी जोधपुर के उस, ऐतिहासिक और पौराणिक रामेश्वरम मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी है जहां भगवान श्रीराम ने किसी समय में भगवान शिव को जल चढ़ाया था और इस शिवलिंग की स्थापना संकट मोचन हनुमान द्वारा ऋषि-मुनियों को शिवलिंग सौपे जाने के साथ हुई थी. रामेश्वर मंदिर के पुजारी मनु महाराज के मुताबिक यहां शिवलिंग पर अभिषेक की जाने के बाद मनोकामना पूरी होने की मान्यता के चलते लोगों में अटूट आस्था और विश्वास इस मंदिर के प्रति है. 

आज सावन मास का पहला दिन है, सावन के पूरे महीने में भगवान शिव की पूजा अर्चना का दौर जारी रहता है और इस बार तो 2 महीने जब सावन चलेगा तो आठ सोमवार के दिन भगवान शिव की पूजा को लेकर शिवालयों में जबरदस्त भीड़ रहेगी लेकिन बात अगर जोधपुर के चांदपोल से रामेश्वरम मंदिर की करें तो यहां पर मनोकामना पूरी होने के साथ-साथ ऐतिहासिक महत्व और शिवालयों से हटकर होने के कारण इस स्थान का विशेष पर्चा है. 

सावन मास में हर कोई ऐसे  शिव मंदिर में दर्शन करना चाहता है  जो अपने आप में विशिष्ट हो और मनोकामनाएं पूरी हो, इसी बीच हम आपको बताना चाहेंगे कि राजस्थान के जोधपुर जिले में एक शिव मंदिर ऐसा भी है जहां भगवान श्रीराम ने दर्शन करने के अलावा शिवलिंग पर जलाभिषेक किया था. जोधपुर के चांदपोल स्थित प्राचीन शिवालय रामेश्वर सिद्धपीठ में पिछले 200 साल अखंड ज्योत प्रज्ज्वलित है. 

मंदिर में पूरे श्रावण मास में भक्तों का तांता रहेगा: 
मंदिर में पूरे श्रावण मास में भक्तों का तांता लगा रहता है. वैसे तो जोधपुर में अनेक ऐसे धार्मिक स्थान हैं जहां विभिन्न मान्यताओं के अनुसार सच्ची आस्था व श्रद्धा के साथ पूजा अर्चना किए जाने पर मन्नतें पूरी होती हैं, लेकिन जोधपुर के चांदपोल क्षेत्र में स्थित श्री रामेश्वरम् सिद्ध पीठ धाम में मनोकामनाएं पूरी होने का दौर बरसों पुराना हैं. शायद यहीं वजह हैं कि इस मंदिर में प्रतिदिन भक्तों की भारी भीड़ रहती हैं.