12 वर्षों बाद मेष राशि में बुध-गुरु की युति, जानिए क्या रहेगा असर और किन राशियों पर पड़ेगा इसका प्रभाव

जयपुर: वैदिक ज्योतिष के अनुसार सभी ग्रह समय-समय पर अपनी राशि बदलते रहते हैं. ग्रहों के राजकुमार बुध लगभग 25 दिनों के अंतराल पर एक से दूसरी राशि में गोचर करते हैं. बुध ग्रह का राशि परिवर्तन होने से हर एक राशि के जातकों पर इसका प्रभाव अवश्य ही पड़ता है. पाल बालाजी ज्योतिष संस्थान जयपुर जोधपुर के निदेशक ज्योतिषाचार्य डा. अनीष व्यास ने बताया कि बुध को वाणी, व्यापार और बुद्धि के कारक माना जाता है. बुध 26 मार्च को सुबह 02:39 मिनट पर मीन राशि से निकलकर मेष राशि में आ गया है. मेष राशि में पहले से ही देवताओं के गुरु बृहस्पति मौजूद हैं. इस तरह से मेष राशि में दोनों ही ग्रहों की युति होगी. 12 साल बाद मेष राशि में बुध और गुरु की युति हो रही है. गुरु एक राशि में करीब 01 वर्ष तक रहते हैं इस प्रकार एक राशि में दोबारा आने में करीब 12 वर्ष का समय लगता है. मेष राशि में गुरु-बुध की युति से कई राशियों को लाभ मिलने के संकेत हैं.

ज्योतिषाचार्य डा. अनीष व्यास ने बताया कि बुध ग्रह 26 मार्च को मेष राशि में आ गया है और 9 अप्रैल तक इसी राशि में रहेगा. 9 अप्रैल को बुध वक्री होकर यानी धीमी चाल से चलने लगेगा और पीछे की तरफ मीन राशि में प्रवेश कर जाएगा. बुध ग्रह की चाल में बदलाव होने से 5 राशियों के लिए अच्छा समय शुरू हो जाएगा. वहीं, वृष और मकर राशि वाले लोगों को संभलकर रहना होगा. इनके अलावा 5 राशियों के लिए मिला-जुला समय रहेगा.

ज्योतिषाचार्य डा. अनीष व्यास ने बताया कि बुध के राशि परिवर्तन होने से इनकम, निवेश और लेन-देन पर असर पड़ता है. जिससे कुछ लोगों की आर्थिक स्थिति मजबूत होती है तो कुछ लोगों को नुकसान भी होता है. इस ग्रह के कारण शेयर मार्केट से जुड़े लोग ज्यादा प्रभावित होते हैं. साथ ही शरीर में नसें, तंत्रिका तंत्र, गले और स्किन से जुड़ी बीमारी भी बुध की वजह से होती है. इस ग्रह के कारण तर्क शक्ति पर असर पड़ता है. साथ ही पत्रकारिता, शिक्षा, लेखन और वकालात से जुड़े लोगों के कामकाज में भी बड़े बदलाव होते हैं.

बुध है नपुंसक ग्रह:
ज्योतिषाचार्य डा. अनीष व्यास ने बताया कि बुध पुरुष ग्रह होने के बावजूद नपुंसक ग्रह कहलाता है. अर्थात यह जिस ग्रह के साथ बैठ जाए उसकी तरह व्यवहार करने लगता है. वक्री बुध यदि किसी खराब ग्रह के साथ बैठ गया और उसके खराब फल में वृद्धि हो जाती है.

बुध का वैदिक मंत्र:
ॐ उद्बुध्यस्वाग्ने प्रति जागृहि त्वमिष्टापूर्ते सं सृजेथामयं च.
अस्मिन्त्सधस्थे अध्युत्तरस्मिन् विश्वेदेवा यजमानश्च सीदत..

बुध का तांत्रिक मंत्र:
ॐ बुं बुधाय नमः

बुध का बीज मंत्र:
ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं सः बुधाय नमः

क्या होगा असर:
भविष्यवक्ता डा. अनीष व्यास ने बताया कि राजनीतिक उथल-पुथल एवं प्राकृतिक आपदाओं की आशंका बढ़ेगी. धरना जुलूस प्रदर्शन आंदोलन गिरफ्तारियां होगी. दुर्घटना होने की संभावना.  देश और दुनिया में राजनीतिक बदलाव होंगे. सत्ता संगठन में परिवर्तन होगा. आरोप-प्रत्यारोप का दौर चलेगा. लोगों में रचनात्मकता बढ़ेगी. शेयर मार्केट बढ़ने की संभावना है. कीमती धातुओं के दाम कम होंगे. बाजार में खरीदारी बढ़ सकती है. खाने-पीनी की चीजें महंगी हो सकती है. बिजनेस करने वाले लोगों के लिए समय अच्छा रहेगा. लेन-देन और निवेश में कई लोगों को फायदा मिल सकता है. कई नौकरीपेशा लोग जॉब बदलने का मन बना सकते हैं. अचानक मौसमी बदलाव भी हो सकते. पहाड़ी क्षेत्रों से शुभ समाचार प्राप्त होंगे. भारतीय स्टॉक मार्केट पर चर्चा ज्यादा. धार्मिक स्थल तीर्थ स्थल पवित्र स्थल पर कोई न कोई घटना घटित होगी. राजनीति से जुड़े नेताओं से दुखद समाचार, वाहन से जुड़ी घटना और हमला होने की संभावना.

बुध के उपाय:
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक अनीष व्यास ने बताया कि बुध से पीड़ित व्यक्ति को मां दुर्गा की आराधना करनी चाहिए. बुधवार के दिन गाय को हरा चारा खिलाना चाहिए और साबूत हरे मूंग का दान करना चाहिए. बुधवार के दिन गणपति को सिंदुर चढ़ाएं. बुधवार के दिन गणेश जी को दूर्वा चढ़ाएं. दूर्वा की 11 या 21 गांठ चढ़ाने से फल जल्दी मिलता है. पालक का दान करे. बुधवार को कन्या पूजा करके हरी वस्तुओं का दान करे.

मिथुन, कर्क, कन्या, वृश्चिक और मीन राशि रहेगा शुभ:
भविष्यवक्ता अनीष व्यास ने बताया कि मेष राशि में बुध के आ जाने से मिथुन, कर्क, कन्या, वृश्चिक और मीन राशि वाले लोगों के लिए अच्छा समय रहेगा. इन राशियों के लोगों को जॉब और बिजनेस में आगे बढ़ने के मौके मिलेंगे. रुका हुआ पैसा मिलने के भी योग बन रहे हैं. लेन-देन और निवेश में फायदा हो सकता है. इसके अलावा इन राशियों के लोग बड़े कामकाज की योजनाएं बनाएंगे. इन लोगों की तर्क शक्ति भी बढ़ेगी.

मेष, सिंह, तुला, धनु और कुंभ राशि रहेगा सामान्य: 
कुण्डली विश्ल़ेषक अनीष व्यास ने बताया कि बुध के राशि परिवर्तन से मेष, सिंह, तुला, धनु और कुंभ राशि वाले लोगों के लिए समय सामान्य रहेगा. इन 4 राशि वाले लोगों के सोचे हुए काम पूरे हो सकते हैं. कामकाज को लेकर नए और बड़े लोगों से मुलाकात हो सकती है. रोजमर्रा के कामों में मेहनत भी ज्यादा करनी पड़ेगी. दौड़-भाग बनी रहेगी. साथ ही लेन-देन और निवेश सोच-समझकर करना होगा. सेहत के मामलों में इन राशि वालों को संभलकर रहना होगा.

वृष, और मकर राशि रहेगा अशुभ:
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक अनीष व्यास ने बताया कि बुध के मेष राशि में आ जाने से वृष और मकर राशि वाले लोगों को संभलकर रहना होगा. इन 3 राशियों के लोगों की आर्थिक स्थिति कमजोर हो सकती है. सेविंग खत्म होने और निवेश में नुकसान होने की आशंका है. लेन-देन में भी सावधानी रखनी होगी. किस्मत का साथ नहीं मिल पाएगा. नसों से संबंधी रोग हो सकते हैं. नौकरीपेशा लोगों के कामकाज में बदलाव और स्थान परिवर्तन के योग बन रहे हैं.