Rajasthan Election 2023: बगावत का दंश, प्रमुख दल कांग्रेस और बीजेपी के सामने परेशानी, देखिए ये खास रिपोर्ट

जयपुर: राजस्थान में चुनावी तस्वीर अब साफ हो गई है. दोनों ही दलों ने कुछ प्रमुख बागियों को बैठाने में कामयाबी हासिल की, लेकिन कई सीटें ऐसी भी जहां बागियों ने कांग्रेस और बीजेपी के समीकरण बिगाड़ दिए है और मुकाबले को त्रिकोणीय या चोकोनीय बना दिया है.  हर चुनाव में बागी अपनी कहानी दोहराते है और लिखते है नया इतिहास.पिछले चुनाव में कांग्रेस के 11 और बीजेपी के 2 बागियों ने चुनाव जीतकर अशोक गहलोत के मुख्यमंत्री बनने की राह आसान की थी.इस बार किसकी करेंगे ये परिणाम तय करेगा.

कौन कहां से बागी:
-बीकानेर जिला बागियों की सियासत से जूझ रहा
-नोखा सीट पर कांग्रेस के बागी ने मुश्किलें खड़ी की
-कांग्रेस ने रामेश्वर डूडी की पत्नी सुशीला को उम्मीदवार बनाया 
-बीजेपी से प्रत्याशी है मौजूदा विधायक  बिहारी लाल विश्नोई 
-यहां कांग्रेस के बागी कन्हैया लाल झंवर ने मुकाबले को त्रिकोणीय बना दिया
-झंवर एक बार नोखा से विधायक रह चुके
-कन्हैया लाल झंवर को अपने दम पर चुनाव लड़ने का अनुभव हैं
-कांग्रेस भरोसे है सहानभूति और जाट वोटों के
-बिहारी को अपने समाज ,पार्टी और सक्रियता का भरोसा

लूणकरणसर में बगावत का पुराना इतिहास:
-बीजेपी के सुमित गोदारा और कांग्रेस के  
-राजेंद्र मूंड दोनों बगावत से परेशान
-मूंड को पूर्व मंत्री वीरेंद्र बेनीवाल परेशान कर रहे
-वही विधायक सुमित के लिए प्रभुदयाल सारस्वत बढ़ा रहे परेशानी
-सारस्वत पिछली बार भी बागी लड़े थे
-ब्राह्मण वोट पिछली बार भी ले गए थे
-बेनीवाल सीधे तौर पर कांग्रेस वोट बैंक में सेंध लगा रहे

जालोर जिले बगावत का कहर:
-सांचौर में पूर्व विधायक जीवाराम चौधरी ने संकट पैदा किया
-बीजेपी प्रत्याशी और सांसद देवजी पटेल के लिए परेशानी
जीवाराम
-सुखराम विश्नोई है कांग्रेस विधायक और मंत्री
-सांचौर में मुकाबला त्रिकोणीय है

झोटवाड़ा के सियासी समीकरण में भी बगावत:
-राज्यवर्द्धन राठौड़ के सामने बतौर बागी आशु सिंह सूरपुरा सामने
-हालांकि पूर्व मंत्री राजपाल सिंह ने नाम वापिस ले लिया
-कांग्रेस न लाल चंद कटारिया की जगह एनएसयूआई प्रदेश अध्यक्ष अभिषेक चौधरी को उतारा
-कटारिया ने चुनाव लड़ने से इंकार कर दिया था
-स्थानीय नही होने से अभिषेक को परेशानी 
-हालांकि पहचान का संकट नही अभिषेक के सामने
-वही ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट और सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ बड़े चेहरे
-आशु सिंह सुरपुरा की सक्रियता उनका प्लस प्वाइंट

श्रीगंगानगर जिला जूझ रहा कांग्रेस की अंदरूनी बगावत से:
-श्रीगंगानगर में कांग्रेस की करुणा चांडक बागी
-सादुलशहर में कांग्रेस के बागी ओम विश्नोई
-करणपुर में फिर बगावत की पृथ्वी पाल संधू ने

बगावत न केवल कुछ जगह तक सीमित है बल्कि राजस्थान के कई विधानसभा क्षेत्र में ऐसे ही हालत है दिक्कत इस बात को लेकर भी आई कि बागी नेताओं ने ने बीएसपी, आरएलपी ,asp और आम आदमी पार्टी का दामन थाम कर चुनावी समर में उतारने का ऐलान कर दिया.