VIDEO: RHB मुख्यालय में वास्तु शास्त्र को लेकर प्रदेशस्तरीय कार्यशाला, वास्तुविद और ज्योतिषाचार्य सतीश शर्मा ने की शिरकत, देखिए ये खास रिपोर्ट

जयपुर: आमजन को हर स्तर पर संतुष्टि प्रदान करने के ध्येय को पूरा करने के लिए हाउसिंग बोर्ड ने एक और बड़ी पहल क़ी है. अब हाउसिंग बोर्ड के आवासीय और व्यावसायिक निर्माण में वास्तु का और बेहतर उपयोग किया जाएगा.

हाउसिंग बोर्ड कमिश्नर पवन अरोड़ा का पहला प्रयास रहा है कि आमजन की संतुष्टि के लिए हर संभव प्रयास किए जाएं बीते चार सालों में हाउसिंग बोर्ड ने इसी ध्येय को पूरा करने के लिए कई प्रयोग किए हैं और लोगों को सौग़ातें भी दी है यही कारण है कि प्रदेश के लोगों का विश्वास हाउसिंग बोर्ड में बढ़ता जा रहा है. इसी क्रम में हाउसिंग बोर्ड अब अपने आवासीय और व्यावसायिक निर्माणों में वास्तु का और अधिक बेहतर उपयोग करने जा रहा है. आज हाउसिंग बोर्ड मुख्यालय में  वास्तु शास्त्र से जुड़ी राज्य स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमें हाउसिंग बोर्ड की ओर से विशेष तौर पर 

एस्ट्रोलॉजिकल साइंसेज के प्रोफेसर, वास्तुविद और ज्योतिषाचार्य सतीश शर्मा को आमंत्रित किया गया कार्यशाला में सतीश शर्मा ने वास्तु से जुड़े कई अनछुए पहलुओं के बारे में जानकारी दी शर्मा ने वास्तु से जुड़ी कई भ्रांतियों को भी दूर किया और हाउसिंग बोर्ड कार्मिकों के कई सवालों के जवाब भी दिए उन्होंने हाउसिंग बोर्ड की पहल का स्वागत करते हुए कहा कि अपने निर्माणों में सरकारी संस्था आरएचबी की ओर से वास्तु के लिए इतना ध्यान रखना बड़ी बात है. इस मौक़े पर हाउसिंग बोर्ड कमिश्नर पवन अरोड़ा ने कहा कि निर्माण और नियोजन से वास्तु का गहरा नाता रहा है लेकिन वास्तु को लेकर लोगों में कई तरह की भ्रांतियाँ व्याप्त है. आमजन को वास्तु शास्त्र की पूरी जानकारी नहीं है साथ ही हाउसिंग बोर्ड के इंज़ीनियर और हाउसिंग बोर्ड के लिए काम करने वाले आरकिटेक्टों को भी इसके बारे में पूरी जानकारी नहीं है. उन्होंने कहा कि लोगों के मन में वास्तु को लेकर डर बिठा दिया गया है कि वास्तु का सही से ध्यान नहीं रखा जाए तो बीमारी आ सकती है. विपती आ सकती है यहाँ तक कि जान भी जा सकती है. ऐसी भ्रांतियाँ दूर होनी चाहिए और वास्तु की अच्छी बातें लोजिकल बातें जिनका साइंटिफ़िक रीजन है जिन्हें  हम अपना सकते हैं इसके लिए यह कार्यशाला आयोजित की गयी है.

हाउसिंग बोर्ड कमिश्नर पवन अरोड़ा ने कहा कि सामान्यतः जिस भवन में सभी पाँच तत्व किसी भी निवास में आसानी से आ सकते हों यह मकान रहने के लिए उपयुक्त होता है. अरोड़ा ने कहा कि हाउसिंग बोर्ड की ओर से बनने वाले निर्माणों में ऐसे तो वास्तु के पहलुओं का ध्यान रखा जाता है लेकिन इसे बिना किसी अंधविश्वास बिना किसी आपत्ति और पूर्वाग्रह के साइंटिफ़िक तरीक़े से वास्तु शास्त्र को और अधिक बेहतर बनाया जा सके यह हाउसिंग बोर्ड को कोशिश है,,ऐसा करना हाउसिंग बोर्ड के लिए भी अच्छा रहेगा और बोर्ड की संपत्ति लेने वाले लोगों के लिए भी अच्छा रहेगा संपत्ति लेने वाले लोगों के मन में संतोष रहेगा कि उनकी ख़रीदी गयी संपत्ति में वास्तु का पूरा ध्यान रखा गया है. पवन अरोड़ा ने कहा कि आज की कार्यशाला की बाद यह कोशिश रहेगी कि जयपुर समेत प्रदेश में कई शहरों में आ रही क़रीब 4300 आवासों की योजनाओं में वास्तु के प्रावधानों को और अच्छे तरह से लागू कर सकें.

आमजन की संतुष्टि के लिए हाउसिंग बोर्ड के निर्माणों में वास्तु शाष्त्र के प्रावधानों का और बेहतर तरीक़े से उपयोग करने की हाउसिंग बोर्ड की पहल क़ाबिले तारीफ़ है. इससे हाउसिंग बोर्ड के प्रति लोगों का विश्वास और बढ़ेगा साथ ही बोर्ड की सम्पत्ति लेने वाले लोगों को पूरी तरह से संतुष्टि भी होगी.