VIDEO: राजस्थान की सियासत में बदल रहे रंग, कई नेताओं के पार्टी बदलने से बने अजीब से संयोग, देखिए ये खास रिपोर्ट

जयपुर: राजस्थान में लोकसभा चुनाव की तारीखों का एलान हो गया और इसके साथ ही नेताओं का दल बदल कार्यक्रम भी चल रहा है. फिलहाल भाजपा की बजाय कांग्रेस के नेता ज्यादा पार्टी छोड़ रहे है. अब स्थिति यह हो गई है कि अपने क्षेत्र में प्रतिद्वंद्वी रहे भाजपा नेताओं के लिए अब इन कांग्रेसी नेताओं को प्रचार करते हुए वोट मांगने पड़ेंगे.

 राजस्थान की सियासत में बदल रहे रंग:
-कई नेताओं के पार्टी बदलने से बन गए हैं अजीब से संयोग
-शेखावाटी की चुरू व सीकर सीट पर बने रोचक संयोग
-2019 में चूरू में आमने-सामने चुनाव लड़ा था राहुल कस्वां व रफीक मंडेलिया ने
-तब राहुल कस्वां भाजपा से और रफीक मंडेलिया कांग्रेस से चुनाव लड़े थे
-अब राहुल कस्वां भाजपा छोड़कर कांग्रेस में आ गए हैं
-कांग्रेस पार्टी ने राहुल कस्वां को चुरू से बना दिया है अपना प्रत्याशी
-ऐसे में अब अब चुनाव में राहुल कस्वां का प्रचार करेंगे रफीक मंडेलिया
-पीसीसी चीफ गोविंद डोटासरा के गृह जिले सीकर की सीट पर भी रोचक वाकया
-2019 में सीकर में सुमेधानंद के खिलाफ चुनाव लड़ा था सुभाष महरिया ने
-तब सुमेधानंद के खिलाफ कांग्रेस की टिकट पर चुनाव में उतरे थे महरिया
-लेकिन अब कांग्रेस छोड़कर फिर से अपनी पुरानी पार्टी भाजपा में आ गए सुभाष महरिया
-ऐसे में सुमेधानंद के लिए वोट मांगते नजर आएंगे सुभाष महरिया
-2018 में अलवर उपचुनाव में आमने सामने थे करण सिंह यादव व जसवंत यादव
-अब टिकट कटने से नाराज करण सिंह ने कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थामा
-प्रदेश भाजपा कार्यालय में जसवंत यादव ने करण सिंह यादव का माला पहनाकर किया स्वागत
-अब जसंवत यादव के साथ मिलकर भाजपा प्रत्याशी के लिए वोट मांगेंगे करण सिंह यादव
-बाड़मेर-जैसलमेर सीट पर भी रोचक संयोग बनता नजर आ रहा है
-बाड़मेर की बायतु सीट पर कांग्रेस नेता हरीश चौधरी ने दो बार RLP के उम्मेदाराम बेनीवाल को हराया
-अब उम्मेदाराम RLP छोड़कर कांग्रेस की टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ेंगे
-पीसीसी कार्यालय में खुद हरीश चौधरी ने अपने पुराने प्रतिद्वंद्वी उम्मेदराम का स्वागत किया
-इस बार उम्मेदाराम के लिए वोट मांगते नजर आएंगे हरीश चौधरी
-कुछ ऐसे ही नायाब उदारण आने वाले समय में और देखने को मिल सकते हैं

इन लोकसभा चुनावों में एक और बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है. पिछले कुछ वर्षों में जिन नेताओं ने कांग्रेस की टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ा था, वे अब हाथ का साथ छोड़कर कमल के खेमे यानी भाजपा में शामिल हो गए हैं. इनकी भी एक बानगी देख लीजिए.

कभी कांग्रेसी उम्मीदवार रहे बड़े नेता, अब कमल खेमे में हुए शामिल:
-कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ चुके नेताओं अब भाजपा के हुए
-जयपुर ग्रामीण से कांग्रेस के सांसद रहे हैं लालचंद कटारिया
-मनमोहन सरकार में केंद्र में मंत्री भी रहे चुके हैं लालचंद कटारिया
-सीकर से कांग्रेस की टिकट पर लड़ चुके जाट नेता सुभाष महरिया 
-भीलवाड़ा में कांग्रेस के उम्मीदवार रह चुके ब्राह्मण चेहरे रामपाल शर्मा 
-नागौर से ज्योति मिर्धा और जयपुर से ज्योति खंडेलवाल लड़ चुकी लोकसभा चुनाव
-चूरू से कांग्रेस के उम्मीदवार रहे हैं जाट नेता प्रताप पूनिया
-डूंगरपुर-बांसवाड़ा से कांग्रेस सांसद रह चुके पूर्व मंत्री महेंद्रजीत मालवीय 
-अजमेर से लोकसभा चुनाव लड़ चुके हैं कांग्रेसी नेता बीना काक के दामाद रिजु झुनझुनवाला
-अब ये सभी नेता भाजपा का थाम चुके हैं दामन