VIDEO: प्रदेश में पानी का हलकान, कंठ तर करने वाले बांध भी हुए प्यासे, देखिए ये खास रिपोर्ट

जयपुर: प्रदेश में गर्मी के रंग दिखाने के साथ ही बांधों के कंठ भी सूखने लगे हैं. एक माह के भीतर 40 बांध सूख गए और बांधों की कुल भराव क्षमता में तेजी से गिरावट हो रही है. जबकि मई और जून की गर्मी झेलना अभी बाकी है. इन दो महीनों के भीतर पेयजल की सबसे ज्यादा डिमांड रहती है. 

जल संसाधन विभाग ने बांधों की ताजा स्थिति पर रिपोर्ट जारी किया है, जिसमें खुलासा किया गया है कि 688 में से 442 बांध पूर्ण रूप से सूख चुके है. जबकि एक अप्रैल को सूखे चुके बांधों की संख्या 402 ही थी. वहीं, आंशिक भरे हुए बांधों की संख्या 280 थी, जो अब 243 ही रह गई. पूर्ण भरे हुए बांधों की बात की जाए तो एक माह के भीतर वह भी छह से घटकर तीन ही रह गए. ऐसे में गर्मी के तेवरों को देखते हुए कहा जा सकता है कि बांधों के जलस्तर में तेजी से कमी आ सकती है. 

एक माह के भीतर सबसे ज्यादा बांध जयपुर संभाग में सूखे 
-जयपुर संभाग के बांधों में एक अप्रैल को 649 MCUM पानी था
-एक मई को जयपुर संभाग के बांधों में 569.92 MCUM पानी रह गया
-जोधपुर संभाग के बांधों में एक अप्रैल को 140.62 MCUM पानी था
-एक मई को जोधपुर संभाग के बांधों में 117.50 MCUM पानी रह गया 
-बांसवाड़ा संभाग के बांधों में एक अप्रैल को 1157.39 MCUM पानी था
-एक मई को बांसवाड़ा संभाग के बांधों में 1082.49 MCUM पानी रह गया
-उदयपुर संभाग के बांधों में एक अप्रैल को 497.45 MCUM पानी था
-एक मई को उदयपुर संभाग के बांधों में 453.21 MCUM पानी रह गया 

प्रदेश के बांधों का जलस्तर तेजी से नीचे जाने की बात की जाए तो एक माह के भीतर बांधों की कुल भराव क्षमता में 1.57 प्रतिशत की कमी आई है. इसमें भी जयपुर संभाग पहले नंबर पर है. यहां एक अप्रेल से एक मई के बीच 2.82 प्रतिशत पानी कम हुआ, जो प्रदेश के अन्य संभागों के बांधों में सबसे ज्यादा है. ऐसे में जयपुर संभाग में अगले दो माह पेयजल प्रबंधन पर ज्यादा फोकस करना होगा.  

एक माह के भीतर बांधों की कुल भराव क्षमता में 1.57 प्रतिशत की कमी 
-एक अप्रैल को बांधों में कुल भराव क्षमता का 38.30 प्रतिशत पानी था
-एक मई को बांधों में कुल भराव क्षमता का 36.73 प्रतिशत पानी रह गया
-एक माह के भीतर जयपुर संभाग के बांधों में सबसे ज्यादा कम हुआ पानी 
-एक माह के भीतर जयपुर संभाग के बांधों में  2.82 प्रतिशत
-जोधपुर संभाग के बांधों में 2.38 प्रतिशत
-कोटा संभाग के बांधों में 0.53 प्रतिशत
-बांसवाड़ा संभाग के बांधों में 2.76 प्रतिशत 
-उदयपुर संभाग के बांधों में 2.33 प्रतिशत पानी हुआ कम 

जल संसाधन विभाग की ताजा रिपोर्ट पर नजर डाले तो पता चलता है कि बांधों के सूखने की गति तेज हो गई है और अगले दो माह तक प्रदेश लू की चपेट में रह सकता है. ऐसे में पेयजल की कमी भारी पड़ेगी. उन हालातों में पेयजल प्रबंधन के बेहतर इंतजाम करने होंगे.