VIDEO: प्रदेश की प्यास पर भारी रहेगी यह गर्मियां, बांधों का जलस्तर पिछले साल से कम हुआ, देखिए ये खास रिपोर्ट

जयपुर: पिछले साल कमजोर रहे मानसून के चलते प्रदेश की प्यास इस बार गर्मियां भारी रहेंगी. वजह साफ है कि प्रदेश में 20 तक लू की संभावना और बांधों में तेजी से गिरता जलस्तर. पिछले साल की तुलना में बांधों की कुल भराव क्षमता में 7.56 प्रतिशत की कमी आई है. उधर, खाली पड़े बांधों की संख्या भी पिछले सालों की तुलना में ज्यादा है. ऐसे में अगले तीन जल संसाधन और जलदाय विभाग के लिए बेहद मशक्कत भरे रह सकते हैं. 

प्रदेश में पिछले साल बिपरजोय का जोर रहने के बावजूद मानसून कमजोर रहा था. इसके चलते बांधों के जलस्तर पर भी असर दिखाई दिया. रही सही कसर अगस्त ने पूरी कर दी. किसानों को उम्मीद थी कि अगस्त में अच्छी बारिश होगी, लेकिन ना तो बारिश हुई और ना ही बांधों में पानी की आवक बढ़ सकी. इसका असर यह रहा कि अब जलदाय विभाग के माथे पर चिंता की लकीरें दिखाई दे रही हैं. बांधों की बात की जाए तो 688 में से 402 बांध सूख चुके हैं और 280 बांध आंशिक भरे हुए हैं. जबकि एक अप्रेल, 2023 की बात करें तो कुल 716 बांधों में से 367 बांध सूख थे और 319 बांध आंशिक भरे हुए थे. 
संभागवार बांधों की वर्तमान स्थिति (एक अप्रेल, 2024 तक)

संभाग-----------------पूर्ण भराव क्षमता (एमक्यूएम)------आज का भराव----प्रतिशत
जयपुर (252)---------2828.34----------------------------649.65-----------22.97
जोधपुर (116)---------970.96------------------------------140.62-----------14.48
कोटा (80)-------------4249.30-----------------------------2405.94---------56.62
बांसवाड़ा (59)---------2713.51-----------------------------1157.39---------42.65
उदयपुर (181)---------1902.32------------------------------497.45----------26.15

संभागवार बांधों की एक अप्रेल, 2023 को रही स्थिति
जयपुर (268)---------2845.87------------------------------1112.97----------39.11
जोधपुर (121)--------975.34---------------------------------128.03----------13.13
कोटा (82)-------------4164.90-------------------------------2755.33--------66.16
उदयपुर (245)---------4622.17------------------------------1785.65---------38.63
(बांसवाड़ा संभाग को सम्मलित नहीं किया गया, जबकि बांधों की संख्या 2024 से ज्यादा थी) 

जल संसाधन विभाग ने बांधों की वर्तमान स्थिति का आंकड़ा जारी किया है. रिपोर्ट में बताया गया है कि एक अप्रेल, 2024 तक जलस्तर की स्थिति क्या है. प्रदेश के 688 बांधों की कुल भराव क्षमता 12664.43 एमक्यूएम है. जलस्तर की बात करें तो वर्तमान में 4851.05 एमक्यूएम है. संभागवार बात करें तो जोधपुर का जलस्तर सबसे कम और दूसरे नंबर पर उदयपुर है. उधर, झुंझुनूं और सीकर के सभी बांध सूख चुके हैं.