Uttar Pradesh: भाजपा पदाधिकारी की मौत के मामले में पत्नी गिरफ्तार

मेरठ: उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले के थाना कंकरखेड़ा क्षेत्र में भारतीय जनता युवा मोर्चा के स्थानीय नेता निशांक गर्ग की मौत के मामले में पुलिस ने उसकी पत्नी को गिरफ्तार किया है. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रोहित सिंह सजवान ने सोमवार को यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि गोविन्दपुरी निवासी निशांक गर्ग का शव उसके घर में शनिवार को सुबह मिला था जिस पर गोली लगने का घाव था. शनिवार की रात को निशांक की पत्नी सोनिया को हिरासत में ले लिया गया था.

सजवान ने बताया कि रविवार को निशांक गर्ग के भाई गौरव की तहरीर पर सोनिया के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया. उन्होंने बताया कि सोनिया को अदालत में पेश किया गया जिसने सोनिया को न्यायिक हिरासत में भेज दिया. एसएसपी के अनुसार, सोनिया ने पूछताछ में बताया कि निशांक तंमचे से उसे गोली मारना चाहता था लेकिन छीना झपटी में गोली निशांक को ही लग गई जिससे उसकी मौत हो गयी . शनिवार को निशांक का शव उसके गोविंदपुरी स्थित आवास में संदिग्ध अवस्था में मिला था और उसकी छाती पर गोली का घाव था. तब सोनिया ने दावा किया था कि शनिवार को तड़के निशांक ने आत्महत्या कर ली. पुलिस को दिए बयान में सोनिया ने यह भी दावा किया था कि शुक्रवार की रात उसके पति ने अत्यधिक शराब पी रखी थी और उसे धक्का दिया था. सोनिया के बयान का हवाला देते हुए पुलिस ने पूर्व में बताया था कि शुक्रवार को देर रात करीब तीन बजे वह अपने पिता के घर चली गई जो निशांक के घर के नजदीक ही है. 

सोनिया ने कहा था कि वह शनिवार को सुबह करीब साढ़े छह बजे लौटी तब उसने निशांक को खून से लथपथ पाया और उसकी छाती में गोली का घाव था. एसएसपी ने पूर्व में कहा था कि सोनिया ने पुलिस को बताया कि सुबह घर पहुंच कर जब उसने पति को मृत पाया तो वह बहुत डर गई और उसने तमंचा छिपा दिया. मौके पर पहुंची पुलिस को तमंचा नहीं मिला लेकिन पूछताछ के बाद सोनिया ने आलमारी से तमंचा और पति का मोबाइल फोन निकाल कर पुलिस को सौंप दिया था. एसएसपी के अनुसार, सोनिया ने हालांकि पुलिस को यह नहीं बताया कि तमंचा कहां से आया. उनके कमरे में शराब की एक खाली बोतल और एक गिलास मिला था. भाजपा की महानगर इकाई के अध्यक्ष मुकेश सिंघल ने बताया कि निशांक गर्ग भारतीय जनता युवा मोर्चा की क्षेत्रीय इकाई (पश्चिमी उत्तर प्रदेश) के सोशल मीडिया प्रभारी थे. सोर्स- भाषा