राजस्थान की 15वीं विधानसभा ने रचा इतिहास, सर्वाधिक घंटे तक चलने का देश में रिकॉर्ड बना; सीपी जोशी ने उठाए ये महत्वपूर्ण कदम

जयपुर: राजस्थान की विधानसभा के मौजूदा सत्र का बुधवार को एक तरह से अंतिम दिन था. 15वीं विधानसभा में इतिहास रचे गए. देश में सर्वाधिक घंटे तक चलने का रिकॉर्ड बना. 15वीं विधानसभा में 1041 घंटे तक चली कार्यवाही, इसके साथ ही राजस्थान विधानसभा ने 30 सालों के इतिहास को बदला. 9वीं विधानसभा में 692 घंटे तक सदन की कार्यवाही चली थी. बीते पौने पांच सालों में राजस्थान विधानसभा ने कई नवाचार किए और गणमान्य लोगों ने प्रदेश की सबसे बड़ी पंचायत में आकर अपनी बात रखी.

इतिहास तभी रचे जातें है जब जज़्बा हो..राजस्थान की विधानसभा ने 15वीं विधानसभा में कई रिकॉर्ड अपने नाम किए. स्पीकर डॉ सीपी जोशी ने सदन चलाने में नया रिकॉर्ड बना दिया. प्रश्न काल की कार्यवाही को लेकर भी रिकॉर्ड बना है. 15वीं विधानसभा में 1041घंटे तक सदन की कार्यवाही चलने का रिकॉर्ड बनाया है. 

---आइए दिखाते है विधानसभा का इतिहास--- 

9वीं विधानसभा - 692 घंटे 
10वीं विधानसभा - 977 घंटे
11वीं विधानसभा -964 घंटे
12वीं विधानसभा - 1038 घंटे
13वीं विधानसभा- 774 घंटे
14वीं विधानसभा - 990 घंटे
15वीं विधानसभा - 1041 घंटे

इतना ही नहीं स्पीकर डॉ सीपी जोशी ने प्रश्न काल का भी रिकॉर्ड बनाया. सीपी जोशी की कोशिश यही रही कि प्रश्न काल की कार्यवाही पूरी चले बिना बाधित. ये वो विधानसभा रही जहां गणमान्य हस्तियों ने शिरकत की. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़, देश के मुख्य न्यायधीश समेत गणमान्य हस्तियों ने विभिन्न सेमिनार के जरिए आकर प्रदेश की सबसे बड़ी पंचायत को संबोधित किया. 

---सीपी जोशी के महत्वपूर्ण स्टेप---
- Digital म्यूजियम की अवधारणा को साकार किया
- कागज की बचत के लिए वेब पोर्टल की शुरुआत
- राष्ट्रीय सूचना - विज्ञान केन्द्र के सहयोग से बनी नवीन वेबसाइट लॉन्च
- वार्षिक प्रतिवेदन, निष्पादन, आय व्यय ऑनलाइन 
- 1952 से सदन की कार्यवाही वृतांत का डिजिटलाइज्ड 
- पहली विधानसभा से 1998 तक के डिजीटाइज्ड वृतांत उपलब्ध 
- यह करने वाली देश की पहली विधानसभा बनी राजस्थान विधानसभा 
- एंड्रायड प्लेटफार्म पर मोबाइल एप तैयार किया गया
- ग्रीन एसेम्बली नाम से विधानसभा सचिवालय के लिये डैशबोर्ड 
- स्पीकर डॉ सीपी जोशी ने पूरक सवाल कर आसन के महत्व को समझाया

 

राजस्थान की विधानसभा का अपने आप में अनूठा इतिहास रहा है. देश के तमाम राज्यों में राजस्थान विधानसभा को नवाचारों के लिए जाना जाता है. देश के प्रबुद्धजनों को बुलाकर विधायकों की कार्यशाला और सेमिनार आयोजित कराने में भी राजस्थान विधानसभा अग्रणी रही.