31 अक्टूबर 2022: पढ़ें आज का पंचांग, जानें मुहूर्त, दिशाशूल एवं राहुकाल

जयपुर: पंचांग का हिंदू धर्म में शुभ व अशुभ देखने के लिए विशेष महत्व होता है. पंचाग के माध्यम से समय एवं काल की सटीक गणना की जाती है. यहां हम दैनिक पंचांग में आपको शुभ मुहूर्त, शुभ तिथि, नक्षत्र, व्रतोत्सव, राहुकाल, दिशाशूल और आज शुभ चौघड़िये आदि की जानकारी देते हैं. 

शुभ मास- कार्तिक मास शुक्ल पक्ष  
शुभ तिथि सप्तमी भद्रा संज्ञक तिथि रात्रि 1 बजकर 11 मिनट तक तत्पश्चात अष्टमी तिथि रहेगी. सप्तमी तिथि में विवाह आदी, गृह आरंभ सभी शुभ और मांगलिक कार्य शुभ रहते है पर पितृ कर्म, यात्रा वर्जित है. सप्तमी तिथि में जन्मे पुत्र या पुत्री सुन्दर, ऐश्वर्य युक्त, विद्यावान व कीर्तिमान होते हैं. 

उत्तरा षाढ़ा "ध्रुव-ऊर्ध्व मुख" संज्ञक अंत रात्रि 4 बजकर 15 मिनट तक तत्पश्चात श्रवण नक्षत्र रहेगा. उत्तरषाढ़ा नक्षत्र में बोरिंग, शिल्प, विद्या आरम्भ, वास्तु शांति इत्यादि कार्य विशेष रूप से सिद्ध होते हैं. उत्तरषाढ़ा नक्षत्र में जन्म लेने वाला जातक स्वतन्त्र विचारों वाला, कठोर मेहनत करने वाला, धनवान, बुद्धिमान, आज्ञाकारी, धर्मपरायण होते हैं.

चन्द्रमा- दोपहर 11-25 तक धनु राशि में तत्पश्चात मकर राशि में संचार करेगा

व्रतोत्सव- जलाराम जयंती

राहुकाल- प्रातः 7.30 बजे से 9 बजे तक

दिशाशूल- सोमवार को पूर्व दिशा मे दिशाशूल रहता है. यात्रा को सफल बनाने लिए घर से दूध पी कर निकले.  

आज के शुभ चौघड़िये- सूर्योदय से प्रातः 8.03  तक अमृत, प्रातः 9.25 मिनट से पूर्वाह्न 10.48  मिनट तक शुभ और दोपहर 1.33  मिनट से सूर्यास्त तक चर, लाभ, अमृत का चौघड़िया.