Union Budget 2024: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने निर्मला सीतारमण का कराया मुंह मीठा, राष्ट्रपति की मंजूरी के बाद मोदी कैबिनेट ने लगाई बजट पर मुहर

नई दिल्ली: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की मंजूरी के बाद मोदी कैबिनेट ने भी बजट पर मुहर लगा दी है.  वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज लगातार छठवीं बार बजट पेश करेंगी. चुनावी वर्ष है, इसलिए ये अंतरिम बजट है. थोड़ी देर में वित्त मंत्री का संसद में बजट सत्र का भाषण शुरू होगा. आपको बता दें कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज अंतरिम बजट पेश करेंगी. जिसके लिए वह राष्ट्रपति भवन पहुंची, केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने राज्य मंत्री पंकज चौधरी और भागवत किशनराव कराड और वित्त मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की. यहां राष्ट्रपति ने वित्त मंत्री का मुंह मीठा करवाया और शुभकामनाएं दीं. आपको बता दें कि अंतरिम बजट 2024-25 पेश करने से पहले राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की.  इसके बाद वित्त मंत्री संसद भवन पहुंची. जहां वह कैबिनेट की बैठक में शामिल हुई. कैबिनेट की बैठक में बजट को मंजूरी मिल गई है. 

सीतारमण पेश करेंगी अपना छठा बजट: 
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण एक फरवरी को अंतरिम बजट पेश करने के साथ ही मनमोहन सिंह, अरुण जेटली, पी चिदंबरम और यशवंत सिन्हा जैसे पूर्व वित्त मंत्रियों से भी आगे निकल जाएंगी. इन नेताओं लगातार पांच बजट पेश किए थे. और यह निर्मला सीतारमण छठा बजट है.

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गिनाया मोदी सरकार की उपलब्धियों को: 
बुधवार को सबसे पहले राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अपने अभिभाषण में मोदी सरकार की उपलब्धियों को गिनाया. आज यानी गुरुवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बजट पेश करेंगी. यह मोदी सरकार के मौजूदा कार्यकाल का आखिरी अंतरिम बजट होगा. उम्मीद है कि इसमें युवा, महिला, किसान के लिए अहम घोषणाएं हो सकती है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संसद भवन पहुंचे. बजट पेश करने से पहले निर्मला सीतारमण राष्ट्रपति भवन पहुंची. मोदी सरकार के इस आखिरी बजट को कई मायनों में अहम माना जा रहा है. ऐसे में अब वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के अंतरिम बजट पर निगाहें टिकी है.

जब 92 साल बाद 'रेल बजट' इतिहास बना:
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पेश अंतरिम बजट करेंगी, जब 92 साल बाद 'रेल बजट' इतिहास बना. 2016 में आम बजट के साथ रेल बजट का विलय हुआ था. 1 फरवरी, 2017 को पहला संयुक्त बजट संसद में पेश किया गया. इसके साथ ही 92 सालों से चली आ रही परंपरा खत्म हो गई थी. 1924 में रेलवे के लिए अलग बजट की परंपरा शुरू की गई थी. 2016 में रेल मंत्री रहे पीयूष गोयल ने आखिरी बार रेल बजट पेश किया था. सम्पूर्ण राजस्व प्राप्तियों में कमी के कारण रेल बजट समाप्त हुआ था.

2030 तक 7 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने की उम्मीद :
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण अंतरिम बजट पेश करेंगी. मजबूत GDP वृद्धि का पूर्वानुमान,प्रबंधनीय स्तर पर मुद्रास्फीति, राजनीतिक स्थिरता और केंद्रीय बैंक की मौद्रिक नीति को मजबूत करने के संकेत, इसने अर्थव्‍यवस्‍था के लिए उज्‍जवल तस्वीर तैयार करने में योगदान दिया. अनुमान के अनुसार,3 वर्षों में भारत छू लेगा एक और माइलस्टोन, 5 ट्रिलियन डॉलर की GDP के साथ तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की उम्मीद है. 2030 तक 7 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने की उम्मीद है.