लोकसभा चुनाव के बाद विधानसभा में पेश होगा राजस्थान का पूर्ण बजट, प्रदेश के शहरों के लिए 3 हजार करोड़ का खाका किया तैयार

जयपुरः प्रदेश के शहरों के विकास के लिए करीब तीन हजार करोड़ रुपए का खाका तैयार किया गया है. इसमें यातायात सुधार,ड्रेनेज,सड़क निर्माण,धार्मिक स्थलों का विकास और जल संरक्षण से जुड़े प्रोजेक्ट्स शामिल किए गए हैं. अकेले जयपुर विकास प्राधिकरण के 24 सौ करोड़ रुपए से अधिक के प्रोजेक्ट्स हैं. क्या है पूरा मामला जानने के लिए देखें फर्स्ट इंडिया न्यूज की ये खास खबर

प्रदेश की भजनलाल सरकार का प्रमुख फोकस शहरों के विकास को लेकर हैं. लोकसभा चुनाव बाद मौजूदा वित्तीय वर्ष का उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी पूर्ण बजट पेश करेगी. बजट में शहरों के विकास के लिए किन प्रोजेक्ट्स को हाथ में लिया जा सकता है, इसको लेकर पूरा खाका तैयार कर लिया गया है. इनमें से कई प्रोजेक्ट्स को लेकर बजट भाषण में घोषणा भी की जा सकती है. शहरों के विकास का जो पूरा खाका तैयार किया गया है, उसमें अकेले जयपुर विकास प्राधिकरण के 24 सौ करोड़ रुपए से अधिक लागत के प्रोजेक्ट्स हैं. आपको सबसे पहले जेडीए की ओर से प्रस्तावित प्रोजेक्ट्स और इससे राजधानी को मिलने वाले लाभ को लेकर देते हैं जानकारी--

-65 करोड़ रुपए की लागत से इमली वाला फाटक पर रेलवे ओवर ब्रिज का निर्माण प्रस्तावित है
-जंक्शन पर वाहनों के जाम के कारण सहकार मार्ग पर यातायात अवरूद्ध नहीं होगा
-72 करोड़ रुपए की लागत से गोपालपुरा बाइपास पर रिद्धि-सिद्धि तिराहे पर फ्लाई ओवर का निर्माण किया जाना है
-इससे तिराहे पर लगने वाले वाहनों की लंबी कतारें से मुक्ति मिलेगी
-95 करोड़ रुपए की लागत से जगतपुरा सीबीआई पर रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण प्रस्तावित है
-आगरा रोड खो नागोरियान से सात नंबर बस स्टैण्ड महल रोड जाने के लिए रेलवे फाटक पर रूकना नहीं पड़ेगा
-86 करोड़ रुपए की लागत से सालिगमरामपुरा फाटक पर रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण प्रस्तावित है
-इस प्रोजेक्ट से  बीलवा के पास टोंक रोड और महल रोड के बीच आवागमन सुगम होगा
-90 करोड़ रुपए की लागत से अजमेर रोड पर महिन्द्रा सेज के पास 250 फीट व 200 फीट सड़क पर फ्लाई ओवर का निर्माण प्रस्तावित है
-इस प्रोजेक्ट से सांगानेर से बगरू की तरफ जाने वाले वाहन चालकों को सुगम मार्ग उपलब्ध हो सकेगा
-98 करोड़ रुपए की लागत से पृथ्वीराज नगर दक्षिण क्षेत्र में वंदेमातरम मार्ग पर पत्रकार कॉलोनी जंक्शन पर फ्लाई ओवर का निर्माण प्रस्तावित है
-इस जंक्शन पर कई दिशाओं से वाहन चालक आते हैं,इसके चलते अक्सर जाम की स्थिति रहती है
-1.2 किलोमीटर लंबाई के फ्लाईओवर के निर्माण से इस जंक्शन पर यातायात सुगम हो सकेगा
-170 करोड़ रुपए की लागत से सांगानेर फ्लाई आवेर से चौरड़िया पेट्रोल पंप तक एलिवेटेड रोड का निर्माण प्रस्तावित है
-11 सौ करोड़ रुपए की लागत से अंबेडकर सर्किल से ओटीएस चौराहा हाेते हुए जवाहर सर्किल तक एलिवेटेड रोड प्रस्तावित की है
-इस 9 किलोमीटर लंबी एलिवेटेड रोड के निर्माण से इस रूट के सभी जंक्शनों पर यातायात जाम से मुक्ति मिलेगी
-400 करोड़ रुपए की लागत से कलेक्ट्रेट से राजमहल चौराहे तक एलिवेटेड रोड प्रस्तावित की गई है
-इस 3.6 किमी लंबी एलिवेटेड रोड के निर्माण से इस रूट में आने वाले सात मुख्य चौराहों पर जाम से मुक्ति मिलेगी.

फ्लाई ओवर, रेलवे ओवर ब्रिज और एलिवेटेड रोड के प्रोजेक्ट्स के अलावा जयपुर विकास प्राधिकरण की ओर से सड़क निर्माण,पर्यावरण सुधार और ड्रेनेज आदि के प्रोजेक्ट्स भी प्रस्तावित किए गए हैं. आपको बताते हैं जेडीए के और कौनसे प्रोजेक्ट्स हैं और इनसे शहरवासियों को क्या फायदा मिलेगा--

-3 करोड़ रुपए की लागत से टोंक रोड व फागी रोड के बीच 30 किमी लंबाई में सड़क निर्माण की फिजिबिलिटी स्टडी कराना प्रस्तावित है
-इस सड़क के निर्माण से जेडीए की नॉलेज सिटी साउथ,चित्तौड़ा व अन्य योजनाओं की कनेक्टिविटी के लिए अच्छी सड़क उपलब्ध होगी
-आगामी पांच सालों में 300 किलोमीटर लंबाई में सेक्टर सड़कों को निर्माण का जेडीए ने लक्ष्य रखा है
-25 करोड़ रुपए की लागत से प्रथम चरण में मौजूदा वित्तीय वर्ष में 50 किलोमीटर की लंबाई में सेक्टर सड़कों का निर्माण प्रस्तावित है
-सेक्टर सड़कों के निर्माण इससे सटे इलाकों का नियोजित विकास हो सकेगा
-बरसों से कागजों में बंद सेक्टर सड़कों के निर्माणों से विभिन्न इलाकों को कनेक्टिविटी मिलेगी
-8 करोड़ रुपए की लागत से इस मानसून में जेडीए की भूमि,सड़क किनारे व अन्य स्थानाें पर पौधरोपण किया जाएगा
-यहां 9 या 10 फीट ऊंचाई के नीम या अन्य प्रजाति के पौधे लगाया जाना प्रस्तावित है
-40 करोड़ रुपए की लागत से जयसिंहपुरा बास जीरोता में द्रव्यवती नदी के पास 21.42 हैक्टेयर भूमि पर 40 करोड़ रुपए की लागत से नगर वन विकसित करना प्रस्तावित है
-यह नगर वन आस-पास के इलाकों के पर्यावरण के लिए संजीवनी का काम करेगा
-55 करोड़ रुपए की लागत से इकोलोजिकल जोन लांगड़ियावास जमवारामगढ़ में 30 हेक्टेयर भूमि पर ग्रीन बेल्ट विकसित करना प्रस्तावित है
-40 करोड़ रुपए की लागत से नेवटा बांध के आस-पास के क्षेत्र में 30 हेक्टेयर भूमि पर जैव विविधता पार्क विकसित करना प्रस्तावित है
-15 करोड़ रुपए की लागत से लोहामंडी योजना में साढ़े 4 हेक्टेयर भूमि पर ऑक्सीजन पार्क विकसित किया जाना प्रस्तावित है